प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने गुरुवार को कहा कि कई ग्लोबल कंपनियां भारत में निवेश करना चाहती हैं। मोदी ने यह भी कहा कि देश को ‘डिजाइन इन इंडिया’ और ‘डिजाइन फॉर द वर्ल्ड’ पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम ‘डिजाइन इन इंडिया’ के तहत ऐसे प्रोडक्ट बनाए, जिसकी क्वालिटी बेस्ट हो और दुनियाभर में आसानी से उसे स्वीकार किया जाय। तभी हम मैन्युफैक्चरिंग हब बन पाएंगे। उन्होंने साथ ही राज्य सरकारों से कहा कि वे विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा करें। मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर यहां लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि अपने तीसरे कार्यकाल में उन्होंने जिन लोगों से मुलाकात की, उनमें से अधिकांश भारत में निवेश करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के पास वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने का एक सुनहरा अवसर है, और राज्य सरकारों को निवेश आकर्षित करने के लिए नीतियां बनानी चाहिए। उन्होंने साथ ही सुशासन और कानून व्यवस्था के महत्व पर भी जोर दिया।
वैश्विक गेमिंग उद्योग में आगे आए भारतीय
प्रधानमंत्री ने लाल किले से अपने 11वें स्वतंत्रता दिवस संबोधन में यह भी कहा कि भारतीय पेशेवरों को उभरते वैश्विक गेमिंग उद्योग का नेतृत्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान कृषि से लेकर स्वच्छता तक हर क्षेत्र में व्यापक कौशल विकास पर है। ‘स्किल इंडिया’ कार्यक्रम के माध्यम से भारत ने विकास और एक नई गति को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि ‘वोकल फॉर लोकल’ भारत के अर्थशास्त्र का मंत्र बन गया है और ‘एक जिला, एक उत्पाद’ के साथ, प्रत्येक जिला अब अपने उत्पादन पर गर्व करता है। मोदी ने कहा कि देश ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने और जलवायु परिवर्तन से निपटने की दिशा में भी भरपूर प्रयास कर रहा है।
कृषि क्षेत्र में बदलाव की जरूरत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि क्षेत्र में बदलाव की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि सरकार किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास कर रही है। उन्होंने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से मिट्टी की सेहत में आ रही गिरावट पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम शुरू किए हैं और ऐसी कृषि पद्धतियों के लिए बजट आवंटन भी बढ़ाया गया है। मोदी ने भरोसा जताया कि भारत दुनिया का जैविक खाद्यान्न उत्पादक बन सकता है। उन्होंने कहा, ”हमारी कृषि प्रणाली में बदलाव लाना बहुत जरूरी है। यह समय की मांग है।” मोदी ने कहा कि उनकी सरकार किसानों को आधुनिक पद्धतियां अपनाने के लिए हरसंभव मदद दे रही है। उन्होंने ड्रोन खरीदने के लिए आसान ऋण को भी ऐसा ही एक उपाय बताया।
‘डिजाइन इन इंडिया’ और ‘डिजाइन फॉर द वर्ल्ड’, जानें PM मोदी ने लाल किले की प्राचीर से ये किसके लिए कहा? – India TV Hindi