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चंडीगढ़। शहर में बढ़ता ट्रैफिक जाम गंभीर समस्या बन चुका है। इससे आम लोगों को हर दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पहले जहां लोग दफ्तर जाने के लिए 15 मिनट पहले निकलते थे, वहीं अब आधा घंटा पहले निकलने के बाद भी समय पर पहुंचना मुश्किल हो गया है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति जीरकपुर से सेक्टर-35 चौक तक के रास्ते में देखने को मिल रही है जहां वाहन चालकों को अक्सर आधा घंटा या उससे भी ज्यादा समय लग जाता है।
जीरकपुर-चंडीगढ़ बॉर्डर पर बेतरतीब बैरिकेड परेशानी का सबब
सुबह और शाम के व्यस्त समय में जीरकपुर-चंडीगढ़ मार्ग पर ट्रैफिक जाम एक आम बात है। जीरकपुर बॉर्डर पर लगे पुलिस बैरिकेड भी इस जाम की एक बड़ी वजह बन रहे हैं। रात में तो यहां पुलिसकर्मी मौजूद होते हैं लेकिन सुबह के समय उनकी गैरमौजूदगी के कारण ये बैरिकेड अव्यवस्था फैलाते हैं। सड़क किनारे बेतरतीब पड़े ये बैरिकेड यातायात को बाधित करते हैं, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं।
ट्रैफिक लाइट पर पुलिस की गैरमौजूदगी
शहर के अन्य हिस्सों में भी यही हाल है। दोपहर करीब ढाई बजे फर्नीचर मार्केट चौक से सेक्टर-41/42 के स्मॉल चौक तक लंबा जाम देखा गया। हैरानी की बात यह है कि इस मैनुअल ट्रैफिक लाइट प्वाइंट पर कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। सेक्टर-42 की तरफ से आ रहे वाहन बिना रुके चौक पार कर रहे थे जिससे फर्नीचर मार्केट की तरफ से आने वाले वाहनों की लंबी कतार लग गई। अगर वहां ट्रैफिक पुलिसकर्मी होते, तो यातायात को व्यवस्थित करके जाम को रोका जा सकता था। इसी तरह सेक्टर-31/32 लाइट प्वाइंट पर भी लंबा जाम लगा रहा, जिससे लोगों को इसे पार करने में 15 से 20 मिनट लग गए। हालांकि, बाद में ट्रैफिक पुलिस के पहुंचने पर जाम खुल सका।
डीजीपी का आश्वासन
डीजीपी डॉ. सागर प्रीत हुड्डा ने शहर में लगने वाले जाम की समस्या पर आश्वासन दिया है कि जहां-जहां ट्रैफिक जाम की समस्या है, वहां सुधार के लिए तुरंत कदम उठाए जाएंगे।
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ट्रैफिक जाम : जीरकपुर से सेक्टर-35 तक पहुंचने में लग रहे 30 मिनट


