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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि मिडिल ईस्ट में उनके कई दोस्त हमास को सबके सिखाने के लिए तैयार है। ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि अगर हमास ने हमारा समझौता तोड़ा तो ये देश मेरे कहने पर गाजा में बड़ी सेना भेजकर हमास को ‘सीधा करने’ के लिए एक्साइटेड हैं।
ट्रम्प ने कहा- मेरे दोस्त देशों ने कहा है कि अगर हमास ने गलत हरकतें करता रहा तो वे गाजा में जाकर उसे ठीक करेंगे। उन्होंने कहा कि मिडिल ईस्ट में इतना प्यार और उत्साह हजारों साल में नहीं देखा गया। ये बहुत खूबसूरत है।
ट्रम्प ने इन देशों और इजराइल से कहा है कि वे अभी रुके रहे ताकि हमास को सही रास्ते पर आने का टाइम मिल जाए। लेकिन अगर हमास ने गलती की, तो उसका बहुत तेज खात्मा होगा।

वही, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संसद में बताया कि 19 अक्टूबर को इजराइली सेना ने गाजा पर 153 टन बम गिराए। नेतन्याहू ने दावा किया कि हमास ने सीजफायर तोड़कर इजराइली सैनिकों पर हमला किया था, इसलिए ये कार्रवाई करने पड़ी। वहीं हमास ने किसी भी हमले से साफ इनकार किया है।
नेतन्याहू ने संसद में कहा- हम एक हाथ में हथियार लिए हैं और दूसरे हाथ से शांति की पेशकश कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इजराइल आज पहले से ज्यादा ताकतवर है।
उनका कहना है कि शांति ताकत से ही आएगी और हमास को पूरी तरह खत्म करना जरूरी है। दूसरी तरफ अमेरिका के एक बड़े अधिकारी ने कहा कि युद्ध खत्म होने के बाद इजराइल को गाजा के लोगों की मदद करनी चाहिए।
दावा- इजराइल ने 80 साल सीजफायर का उल्लंघन किया
गाजा के अधिकारियों का कहना है कि सीजफायर शुरू होने के बाद इजराइल ने 80 बार समझौते का उल्लंघन किया। इससे 97 लोग मारे गए और 230 घायल हुए।
हमास का कहना है कि जिन इलाकों में हमला हुआ, वहां उसकी कोई मौजूदगी नहीं थी। इजराइल का कहना है कि हमास ने पहले हमला किया, इसलिए जवाब देना पड़ा।
अक्टूबर 2023 से शुरू हुए इस युद्ध में 68,200 लोग मारे गए हैं और 1,70,200 घायल हुए हैं। गाजा में खाने-पीने की कमी हो गई है और लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं। फिलहाल सीजफायर जारी है, लेकिन दोनों तरफ से एक-दूसरे पर आरोप लग रहे हैं।
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ट्रम्प बोले- हमारे दोस्त देश हमास को सबक सिखाएंगे: अगर वो गलत हरकतें करता रहा तो उसे क्रूरता से खत्म कर
