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अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग से मुलाकात की। जिस जुकरबर्ग को ट्रम्प ने कभी जेल भेजने की धमकी दी थी, उन्हें फ्लोरिडा में अपने रिसॉर्ट मार-ए-लागो में खाने के लिए न्योता दिया था। ट्रम्प दूसरे कार्यकाल के लिए डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किए गए स्टीफन मिलर ने इसकी जानकारी दी।
मिलर ने कहा कि जुकरबर्ग दूसरे बिजनेसमैन की तरह ट्रम्प की आर्थिक योजनाओं का समर्थन करना चाहते हैं। ट्रम्प के साथ खराब रिश्तों के बाद टेक सीईओ अपनी कंपनी की इमेज को बदलने की कोशिश कर रहे हैं।
फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में मिलर ने कहा –
जाहिर है, मार्क का अपना हित है, उनकी अपनी कंपनी है और उनका अपना एजेंडा है। लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे ट्रम्प के नेतृत्व में अमेरिका के राष्ट्रीय विकास का समर्थन करना चाहते हैं।
मार्क जुकरबर्ग ने जनवरी 2021 में यूएस कैपिटल में हिंसा होने के बाद ट्रम्प के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह प्रतिबंध 2 साल बाद 2023 में हटाया गया। इस वजह से ट्रम्प और जुकरबर्ग के रिश्ते खराब हो गए थे।
जुकरबर्ग ने चुनाव से पहले ट्रम्प का समर्थन नहीं किया था
जुकरबर्ग ने 2024 के राष्ट्रपति चुनावों के दौरान किसी भी उम्मीदवार का खुले तौर पर समर्थन नहीं किया था। हालांकि उन्होंने ट्रम्प पर हुए जानलेवा हमले को लेकर ट्रम्प की प्रतिक्रिया की तारीफ की थी और उनके लिए प्रार्थना भी की थी।
जुकरबर्ग ने बाइडेन प्रशासन पर भी आरोप लगाया था कि बाइडेन सरकार के कुछ बड़े अधिकारियों ने उन पर कोविड-19 से जुड़े कुछ सोशल मीडिया पोस्ट को सेंसर करने का दबाब डाला था।
इसके बावजूद ट्रम्प लगातार जुकरबर्ग पर जुबानी हमले करते रहे हैं। हाल ही में, चुनाव अभियान के दौरान ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करके 2020 चुनावों में धोखाधड़ी करने वाले लोगों को जेल भेजने की धमकी दी थी। इसमें उन्होंने जुकरबर्ग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपनाम ‘जुकरबक्स’ का इस्तेमाल किया था।
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ महीनों में जुकरबर्ग ने ट्रम्प के साथ कई बार कॉल पर बात की है। इसे जुकरबर्ग का ट्रम्प से मिलना ट्रम्प प्रशासन में चुनौतियों से बचने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
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ट्रम्प के टैरिफ बढ़ाने की धमकी पर मेक्सिको की चेतावनी:राष्ट्रपति बोलीं- 4 लाख अमेरिकी नौकरी खो देंगे; बॉर्डर सील करने का कोई इरादा नहीं
मेक्सिको ने डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ वाले बयान पर चेतावनी दी है। राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने कहा कि अगर अमेरिका, मेक्सिको पर टैरिफ बढ़ाता है तो वे भी जवाब के तौर पर टैरिफ बढ़ाएंगे।
शिनबान ने ट्रम्प के उस बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि मेक्सिको की राष्ट्रपति अमेरिका में माइग्रेशन को रोकने के लिए अपने बॉर्डर सील करने को तैयार हैं। शिनबाम ने कहा कि उनका बॉर्डर सील करने का कोई इरादा नहीं है।
मेक्सिको के इकोनॉमी मिनिस्टर मर्सेलो एब्रार्ड ने भी अमेरिका को रीजनल ट्रेड वॉर शुरू होने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का यह कदम अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा होगा। इससे 4 लाख अमेरिकी लोगों की नौकरी जा सकती है। पूरी खबर पढ़ें…
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