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डॉउ जोन्स 2,962 अंक या 7.87% बढ़कर 40,608 पर बंद हुआ, जो मार्च 2020 के बाद से इसका सबसे बड़ा सिंगल डे गेन है।
अमेरिकी बाजार 9 अप्रैल को 12% तक चढ़कर बंद हुए। एशियाई बाजारों में भी 10% तक की तेजी है। वहीं भारतीय बाजार आज महावीर जयंती की छुट्टी के कारण बंद हैं।
बाजारों में आई इस तेजी की वजह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का वो फैसला है जिसमें उन्होंने चीन को छोड़कर अन्य सभी देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिनों के लिए टाल दिया है।
एशियाई बाजार तेजी में कारोबार कर रहे…
- जापान का निक्केई इंडेक्स 2,660 पॉइंट या 8.39% चढ़कर 34,370 के स्तर पर है।
- कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 110 पॉइंट या 4.70% चढ़कर 2400 के स्तर पर है।
- ताइवान का TAIEX इंडेक्स 620 पॉइंट या 9.35% चढ़कर 19,020 के स्तर पर है।
- NSE के इंटरनेशनल एक्सचेंज पर ट्रेड होने वाला गिफ्ट निफ्टी करीब 800 अंक ऊपर है।
अमेरिका के नैस्डैक में 2001 के बाद से सबसे बड़ी बढ़त
- डॉउ जोन्स 2,962 अंक या 7.87% बढ़कर 40,608 पर बंद हुआ, जो मार्च 2020 के बाद से इसका सबसे बड़ा सिंगल डे गेन है।
- S&P 500 इंडेक्स 9.52% बढ़कर 5,456.90 पर पहुंच गया, जो 2008 के बाद से इसका सबसे बड़ा सिंगल सेशन राइज है।
- टेक शेयरों का इंडेक्स नैस्डैक कंपोजिट 12.16% बढ़कर 17,124 पर पहुंच गया, जो जनवरी 2001 के बाद से सबसे बड़ा गेन है।
- लगभग 30 बिलियन शेयरों का कारोबार हुआ, जिससे यह वॉल स्ट्रीट के इतिहास में सबसे अधिक कारोबार वाला दिन बन गया।

लगातार 4 दिन की गिरावट के बाद अमेरिकी बाजार में आई तेजी
8 अप्रैल को अमेरिकी शेयर बाजार लगातार चौथे कारोबारी दिन गिरावट में बंद हुए थे। डाउ जोन्स इंडेक्स 320 अंक या 0.84% की गिरावट के साथ 37,645 के स्तर पर आ गया। शुरुआती कारोबार में इसमें करीब 4% की तेजी थी। यानी, ऊपरी स्तर से ये करीब 5% नीचे बंद हुआ है।
वहीं, अमेरिकी बाजार का S&P 500 इंडेक्स 79.48 अंक या 1.57% की गिरावट के साथ 4,982 के स्तर पर बंद हुआ। टेक्नोलॉजी शेयरों के इंडेक्स नैस्डेक कंपोजिट में 335 पॉइंट या 2.15% की गिरावट रही। ये 15,268 के स्तर पर बंद हुआ।
लगातार तीन कारोबारी दिन में डाउ जोन्स 10% गिरा था। वहीं मंगलवार की गिरावट के बाद चार कारोबारी दिन में डाउ जोन्स की कुल गिरावट 11% से ज्यादा हो गई थी। हालांकि, एक ही दिन की तेजी ने बाजार की इस गिरावट को लगभग कवर कर लिया है।

बाजार में अस्थिरता की वजह
3 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दुनियाभर में जैसे को तैसा टैरिफ लगाया था। भारत पर 26% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% टैरिफ लगेगा।

इस कदम ने टैरिफ वॉर शुरू कर दिया है। अमेरिका के टैरिफ के जवाब में चीन ने अमेरिका पर 34% जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया। चीन के टैरिफ लगाने के बाद अमेरिका ने 50% एडिशनल टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया। इससे कुल टैरिफ 104% हो गया।
ट्रम्प की इस कार्रवाई के जवाब में चीन ने तय किया वो अब जवाबी 84% टैरिफ लगाएगा। 9 अप्रैल को ट्रम्प ने एक बार फिर चीन पर टैरिफ को बढ़ाकर 125% कर दिया, लेकिन बाकी सभी देशों पर 9 अप्रैल से लागू होने वाले टैरिफ को 90 दिनों के लिए टाल दिया।
380 अंक गिरकर 73,847 के स्तर पर बंद हुआ था भारतीय बाजार
भारतीय बाजार का इंडेक्स सेंसेक्स कल 9 अप्रैल को 380 अंक गिरकर 73,847 के स्तर पर बंद हुआ था। निफ्टी में भी 137 अंक की गिरावट रही, ये 22,399 के स्तर पर बंद हुआ।
आईटी, मेटल, बैंकिंग और फार्मा शेयर सबसे ज्यादा टूटे हैं। NSE का निफ्टी PSU यानी सरकारी बैंक 2.52% नीचे हैं। वहीं निफ्टी IT 2.19%, निफ्टी फार्मा 1.97%, निफ्टी रियल्टी 1.90% और निफ्टी मेटल 1.48% गिरकर बंद हुए।

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7 दिन में ही बैकफुट पर ट्रम्प: 90 दिनों के लिए टैरिफ रोका, चीन पर बढ़ाकर 125% किया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को 75 से ज्यादा देशों पर जैसे को तैसा यानी कि रेसिप्रोकल टैरिफ 90 दिनों के लिए रोक दिया है। यह उनके फैसले के साथ ही लागू हो गया है।
हालांकि उन्होंने चीन को इस छूट में शामिल नहीं किया है, बल्कि उस पर लगे टैरिफ को 104% से बढ़ाकर 125% कर दिया है। ट्रम्प ने यह कार्रवाई चीन की तरफ से लगाए गए जवाबी 84% टैरिफ के बाद की।
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टैरिफ पर रोक के बाद अमेरिकी बाजार 12% तक चढ़े: एशियाई बाजारों में 10% तक की तेजी, गिफ्ट निफ्टी करीब 800 अंक ऊपर