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India Energy Week 2025: इंडिया एनर्जी वीक 2025 की मंगलवार से शुरुआत हो चुकी है. इस कार्यक्रम के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यहां पहुंचे दुनिया भर के दिग्गजों को मैसेज देने के साथ ही भारत के ग्रीन फ्यूल की तरफ बढ़ते कदमों और प्रयासों के बारे में जानकारी दी. इंडिया एनर्जी वीक के पहले दिन हाइड्रोजन को लेकर काफी चर्चा रही और भारत की पहली हाइड्रोजन बस में दुनिया भर के अलग-अलग देशों से आए ऊर्जा मंत्रियों के साथ भारत के मंत्री पेट्रोलियम हरदीप सिंह पुरी ने राइड ली. हाइड्रोजन के कॉन्सेप्ट पर इस कार्यक्रम में एक अलग पवेलियन बनाया गया, जिसमें कई ऐसी बड़ी कंपनियां मौजूद हैं, जो खासतौर से ऐसे बड़े प्लांट्स पर काम करती हैं, जो हाइड्रोजन, एथेनॉल, CO2 कॉन्सेप्ट्स पर बेस्ड हो
जैक्सन ग्रीन की NTPC के साथ साझेदारी
हाइड्रोजन क्षेत्र में मौजूद कंपनी जैक्सन ग्रीन के मॉलिक्यूल हेड संजीव पॉल ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत में एनटीपीसी के लिए दुनिया और देश का पहला ऐसा प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसमें भारत का पहला ग्रीन हाइड्रोजन रीफ्यूलिंग स्टेशन (शहरी गतिशीलता के लिए) और दुनिया का पहला CO₂ से 4G इथेनॉल उत्पादन संयंत्र शामिल हैं. कंपनी एनटीपीसी के साथ और अधिक अग्रणी पहलों पर काम करती है, जो भारत के टिकाऊ भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
18 महीनों में बनकर तैयार होगा प्लांट
संजीव कॉल से मिली जानकारी के मुताबिक, भारत हाइड्रोजन को फ्यूचर फ्यूल की तरह देख रहा है और धीरे-धीरे फॉक्स ग्रीन फ्यूल की तरफ बढ़ता जा रहा है और इसी क्रम में भारत सरकार प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि भारत में कई बड़ी कंपनियां सरकार के लिए काम करती है जो ऐसे प्रोजेक्ट्स लाने में मदद कर सके जो भारत के भविष्य को सुनहरा बनाएं. संजीव कॉल ने बताया कि तकरीबन 18 महीना में यह प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा.
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जैक्सन ग्रीन NTPC के साथ मिलकर बनाने जा रहा भारत का पहला ग्रीन हाइड्रोजन रीफ्यूलिंग स्टेशन