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Prakash Hospital: नोएडा में सबसे पुराने प्राइवेट हॉस्पिटल्स में से एक प्रकाश हॉस्पिटल जेवर एयरपोर्ट के बनने के साथ ही साथ अब एनसीआर रीजन में भी अपना दायरा बढ़ा सकता है. 24 साल पहले बने 100 बेड वाले इस अस्पताल का प्लान अब जेवर में अपना एक नया ब्रांच खोलने का है ताकि यहां की बढ़ती आबादी और हेल्थकेयर की बढ़ती डिमांड को पूरा किया जा सके.
हेल्थकेयर सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ने का है प्लान
प्रकाश हॉस्पिटल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. वीएस चौहान ने इस पर बिजनेस टुडे से बात करते हुए कहा, ”पिछले 20-25 सालों में हेल्थकेयर इंडस्ट्री का डेवलपमेंट हुआ है. ऐसे में इससे तालमेल बिठाए रखने के लिए टेक्नोलॉजी के मामले में भी एडवांस्ड होना जरूरी है. शुरुआत में, हमारे पास डायलिसिस, सीटी स्कैन और एमआरआई जैसी सेवाएं नहीं थीं. समय के साथ हमने इन्हें शामिल किया है और अब इसे और बढ़ाने का सोच रहे हैं.”
उन्होंने आगे बताया, ”पिछले तीन सालों में लगभग 10 परसेंट के ग्रोथ रेट के साथ हमारा रेवेन्यू 15-20 करोड़ रुपये का रहा है. हमने आईसीयू कैपेसिटी, बेडों की संख्या बढ़ाई है. कई अन्य सुविधाओं को भी अपग्रेड किया है. हमारा प्लान अगले साल ऑन्कोलॉजिकल सर्विस शुरू करने के साथ ही निरंतर आगे बढ़ते रहने का है.”
जेवर में इन अस्पतालों से होगा मुकाबला
बता दें कि पिछले कुछ सालों में प्रकाश अस्पताल ने नए ऑपरेटिंग थिएटर, माइक्रोस्कोप और सीमेंस से 1.5 टेस्ला एमआरआई जैसे कई अपग्रेडेशन किए हैं. जेवर एयरपोर्ट के पास पहले से मौजूद हॉस्पिटलों को कड़ी टक्कर देने के लिए प्रकाश अस्पताल तैयार है. जेवर में कैलाश हॉस्पिटल है, जिसमें क्रिटिकल केयर से लेकर ऑर्थोपेडिक्स, गायनेकोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड जैसी कई डायग्नॉस्टिक फेसिलिटी है. वहीं न्यू जेवर हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर में इमरजेंसी सर्विसेज के साथ ही ऑर्थोपेडिक्स, न्यूरोलॉजी और जनरल सर्जरी की भी सुविधा है. ग्रेटर नोएडा में 500 बेड कैपिसिटी वाले सरकारी आयुर्विज्ञान संस्थान (जीआईएमएस) में भी कई सुविधाएं हैं.
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जेवर में अपना ब्रांच खोलने की तैयारी में प्रकाश हॉस्पिटल