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जेब में फिट नहीं हो रहा फोन? जानिए स्क्रीन साइज पैरेडॉक्स कैसे बना स्मार्टफोन्स का नया सिरदर्द Today Tech News

जेब में फिट नहीं हो रहा फोन? जानिए स्क्रीन साइज पैरेडॉक्स कैसे बना स्मार्टफोन्स का नया सिरदर्द Today Tech News

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Smartphone Screen Size Paradox: स्मार्टफोन के बढ़ते दौर में एक सवाल हमेशा उठता है आखिर एक परफेक्ट मोबाइल साइज होना चाहिए कितना? समय के साथ फोन के आकार लगातार बड़े होते जा रहे हैं. लोग आज भी हल्के, पतले और जेब में आसानी से आने वाले फोन की तलाश में रहते हैं. कभी Apple ने iPhone के लॉन्च के साथ इस चाहत को पूरा किया था पतले, हल्के और कॉम्पैक्ट डिजाइन वाले फोन देकर.

जब छोटे फोन थे फैशन का प्रतीक

Apple के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स बड़े फोन का मज़ाक उड़ाया करते थे. iPhone 13 Mini जैसे मॉडल्स ने 5.4 इंच की स्क्रीन के साथ इस सोच को बनाए रखा लेकिन समय के साथ यह मॉडल भी बंद कर दिया गया. कई सर्वे बताते हैं कि यूज़र्स अक्सर शिकायत करते हैं कि उनके फोन का साइज बहुत बड़ा है जिससे उसे पकड़ना या जेब में रखना मुश्किल हो जाता है.

फैशन और फोन साइज का अनोखा कनेक्शन

यह मुद्दा सिर्फ टेक्नोलॉजी तक सीमित नहीं है बल्कि फैशन से भी जुड़ा है. खासतौर पर महिलाओं के कपड़ों में जेबें पुरुषों के मुकाबले औसतन 48% छोटी और 6.5% संकरी होती हैं. ऐसे में बड़े फोन को साथ रखना एक चुनौती बन जाता है.

दूसरी ओर, बड़े फोन अब लैपटॉप जैसी सुविधाएं देने लगे हैं बड़ी स्क्रीन, दमदार कैमरा और मजबूत बैटरी के साथ. यही कारण है कि कंपनियां अब बड़ी स्क्रीन वाले फोन को ही मार्केट की जरूरत मान रही हैं.

फोल्डेबल फोन

छोटे फोन भले ही स्टाइलिश दिखते हों, लेकिन मार्केट में उनकी मांग कम होती जा रही है. अब फोल्डेबल और फ्लिप फोन इस गैप को भरने की कोशिश कर रहे हैं. ये फोन कॉम्पैक्ट भी हैं और बड़ी स्क्रीन का अनुभव भी देते हैं लेकिन अभी तक ये हर यूज़र की पसंद पर खरे नहीं उतर पाए हैं.

जब फैशन बदलने लगा टेक्नोलॉजी को

दिलचस्प बात यह है कि अब फैशन ट्रेंड भी टेक्नोलॉजी के हिसाब से बदल रहे हैं. कई ब्रांड महिलाओं के कपड़ों में बड़ी जेबें देने लगे हैं ताकि बड़े फोन आसानी से रखे जा सकें. वहीं, कंपनियां छोटे फोन पर ध्यान देना कम कर रही हैं क्योंकि अब ज्यादा मांग बड़े, हाई-परफॉर्मेंस डिवाइसेस की है.

टेक्नोलॉजी और मार्केट का साइज गेम

फोन का साइज अब सिर्फ डिजाइन का सवाल नहीं, बल्कि तकनीक की जरूरत भी है. आज के कैमरे इतने बड़े सेंसर के साथ आते हैं कि उन्हें मिनी फोन में फिट करना मुश्किल हो जाता है. हाल ही में लॉन्च हुआ iPhone 17, पुराने मॉडल्स की तुलना में काफी बड़ा है और इसका कैमरा मॉड्यूल फोन के लगभग तीन-पांचवें हिस्से को कवर करता है.

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