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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (R) ने सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा (L) से मुलाकात की
रियाद: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा से मुलाकात की है। दोनों देशों के नेताओं की 25 साल बाद यह पहली मुलाकात थी। इस मुलाकात को सीरिया के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जो दशकों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ने की स्थिति से उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है। खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के नेताओं के साथ ट्रंप की मुलाकात से इतर हुई यह वार्ता ‘असद परिवार’ के 50 साल से अधिक के शासनकाल से उबर रहे सीरिया के लिए एक बड़ा घटनाक्रम है। खास बात यह की कभी अल-शरा की गिरफ्तारी पर अमेरिका ने एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम रखा था।

‘वह योद्धा हैं’
ट्रंप ने वार्ता के बाद एयर फोर्स वन विमान में पत्रकारों से बात करते हुए अल-शरा की तारीफ की और कहा, “वो एक युवा और आकर्षक व्यक्ति हैं। सख्त व्यक्ति है। उनका बहुत मजबूत अतीत रहा है। वह योद्धा हैं।” बुधवार को हुई मुलाकात इसलिए भी अहम है क्योंकि अल-शरा, अबू मोहम्मद अल-गोलानी के नाम से अल-कायदा से जुड़े थे और सीरियाई युद्ध में हिस्सा लेने से पहले इराक में अमेरिकी बलों से लड़ने वाले विद्रोहियों में शामिल थे। अमेरिकी बलों ने उन्हें कई वर्ष तक वहां कैद रखा था। ट्रंप ने कहा, “वह वास्तविक नेता हैं। उन्होंने जिम्मा उठाया है और वह बहुत अद्भुत हैं। ”
सीरिया में लोगों ने मनाया जश्न
ट्रंप ने पश्चिम एशिया के तीन देशों की यात्रा की शुरुआत करते हुए एक दिन पहले रियाद में घोषणा की थी कि वह पूर्व तानाशाह बशर अल-असद के शासन में सीरिया पर लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों को हटाने के लिए कदम उठाएंगे। ट्रंप के इस बयान के बाद सीरिया में मंगलवार रात को लोगों ने जश्न मनाया और आतिशबाजी की। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनके देश को ऐसे समय में वैश्विक अर्थव्यवस्था में फिर से जगह बनाने में मदद मिलेगी, जब उन्हें निवेश की सबसे अधिक आवश्यकता होगी।
सीरिया में लोगों ने मनाया जश्न
ट्रंप ने नहीं सुनी इजरायल की बात
ट्रंप और अल-शरा की मुलाकात से पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति से सीरिया पर लगे प्रतिबंध ना हटाने का आह्वान किया था। नेतन्याहू के आह्वान को ट्रंप द्वारा अनदेखा किए जाने से एक बार फिर व्हाइट हाउस और इजरायल सरकार के बीच बढ़ता असंतोष उजागर हो गया है। ट्रंप ने अल-शरा से मुलाकात के बाद जीसीसी से कहा, “मैं सीरिया के खिलाफ प्रतिबंधों को समाप्त करने का आदेश दे रहा हूं ताकि वो नई शुरुआत कर सकें। इससे उन्हें आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। प्रतिबंध वाकई बहुत गंभीर और बेहद कठोर हैं।”
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जीसीसी में बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। ट्रंप ने कहा कि अल-शरा ने अब्राहम समझौते में शामिल होने और अंततः इजरायल को मान्यता देने पर सहमति व्यक्त की है, लेकिन सीरिया ने इसकी पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि उन्हें (सीरिया) खुद को सही करना होगा। मैंने उनसे (अल-शरा) कहा, मुझे उम्मीद है कि जब सब सही हो जाएगा तो आप भी इसमें (अब्राहम समझौता) शामिल हो जाएंगे।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “हां, उनके पास लेकिन अभी करने को काफी कुछ है।” अल-शरा बैठक के लिए सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंचे थे।
कौन-कौन हुआ शामिल
अमेरिका ने सीरिया को आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश बताते हुए 1979 में प्रतिबंध लगा दिया था। बैठक बंद कमरे में हुई और पत्रकारों को वहां जाने की अनुमति नहीं थी। व्हाइट हाउस ने बाद में कहा कि यह मुलाकात लगभग 30 मिनट से अधिक समय तक चली। इसके साथ ही अल-शरा 25 साल में किसी अमेरिकी राष्ट्रपति से मिलने वाले पहले सीरियाई राष्ट्रपति बने। इससे पहले 2000 में सीरिया के राष्ट्रपति के तौर पर हाफिज असद ने जिनेवा में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से मुलाकात की थी। ट्रंप और अल-शरा की बैठक में सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान भी शामिल हुए। इसके अलावा तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोआन ने फोन कॉल के जरिये बैठक में शिरकत की। तुर्किये अल-शरा और उनके विद्रोही धड़े का प्रमुख समर्थक है।
सऊदी के युवराज ने निभाई बड़ी भूमिका
ट्रंप ने सीरिया के बारे में कहा, “मुझे पक्का यकीन है कि इससे उन्हें एक मौका मिलेगा। उनके पास एक अच्छा मौका है। ऐसा करना मेरे लिए सम्मान की बात थी।” ट्रंप ने कहा कि अल-शरा से मिलने के लिए मुख्य रूप से सऊदी के युवराज मोहम्मद ने उन्हें प्रोत्साहित किया। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने एक बयान में कहा कि ट्रंप ने अल-शरा से आग्रह किया कि वह कूटनीतिक रूप से इजरायल को मान्यता दें, “सभी विदेशी आतंकवादियों को सीरिया छोड़ने के लिए कहे” और इस्लामिक स्टेट समूह के किसी भी तरह के उभार को रोकने में अमेरिका की मदद करें। अल-शरा इस साल जनवरी में सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति बने थे।
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पिछले साल दिसंबर में अल-शरा के नेतृत्व में हयात तहरीर अल-शाम के विद्रोहियों ने राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से हटा दिया था। इसके साथ ही सीरिया में असद परिवार के 54 साल के शासनकाल का अंत हो गया था। ट्रंप पश्चिम एशिया के दौरे पर हैं और सऊदी अरब के बाद वह कतर पहुंचे हैं। (एपी)
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जिसपर कभी अमेरिका ने रखा था एक करोड़ US डॉलर का इनाम, ट्रंप ने उस शख्स से की मुलाकात