जिले से प्रदेश की टॉपर एक ही गांव और एक ही स्कूल की दो बेटियां


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हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने बुधवार को 12वीं कक्षा का वार्षिक परीक्षा परिणाम जारी किया। इसमें जिले की बेटियों ने प्रदेश से लेकर जिले में टॉप किया। एक ही गांव और एक ही विद्यालय में पढ़ने वाली तीनों बेटियों ने जिले का नाम रोशन किया। 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा में इस बार जिले के 9368 में से 8174 विद्यार्थी पास हुए। जबकि 874 की कंपार्टमेंट आई। जिले का परीक्षा परिणाम इस वर्ष 87.25 प्रतिशत रहा। पिछले वर्ष कोरोना काल में यह शत प्रतिशत था।
कोरोना के बाद हुई 12वीं कक्षा की हुई लिखित परीक्षा का बोर्ड ने परिणाम जारी कर दिया है। कोरोना की वजह से पिछले साल बिना परीक्षा लिए ही सभी विद्यार्थियों को पास कर दिया गया था। इस वर्ष बोर्ड का परिणाम 87.08 प्रतिशत रहा। यह पिछले साल के कोविड काल परिणाम को छोड़कर शेष वर्षों से बेहतर है। कोरोना के कारण बोर्ड ने गत वर्ष सभी 10505 विद्यार्थियों को पास कर दिया था। इनमें से 9839 नियमित व 666 प्राइवेट विद्यार्थी थे। नियमित विद्यार्थियों में से 4784 लड़के व 5055 लड़कियां थीं।
बोर्ड ने इस वर्ष लिखित परीक्षा के आधार पर जारी परिणाम में टॉपर सूची जारी की है। टॉपर सूची में जिले के निंदाना की बेटियों ने बाजी मारी है। प्रदेश की टॉपर काजल ने 498 अंक प्राप्त किए तो नेहा ने 494 अंक लेकर प्रदेश में तीसरे स्थान प्राप्त किया। अंशु 490 अंक लेकर जिले की टॉपर सूची में जगह बनाने में सफल रही। ये तीनों बेटियों एक ही गांव और एक ही स्कूल की छात्रा हैं।
बोर्ड के परीक्षा परिणाम में जिला इस बार प्रदेश में 14वें पायदान पर है। प्रदेश के 22 जिलों में चरखी दादरी 90.85 प्रतिशत परिणाम के साथ पहले नंबर पर रहा। इस पायदान तक पहुंचने के लिए जिले को इस वर्ष खासा जोर लगाना होगा। जिले का परीक्षा परिणाम 90 प्रतिशत तक पहुंचाने के लिए शिक्षा विभाग को भी एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा।

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने बुधवार को 12वीं कक्षा का वार्षिक परीक्षा परिणाम जारी किया। इसमें जिले की बेटियों ने प्रदेश से लेकर जिले में टॉप किया। एक ही गांव और एक ही विद्यालय में पढ़ने वाली तीनों बेटियों ने जिले का नाम रोशन किया। 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा में इस बार जिले के 9368 में से 8174 विद्यार्थी पास हुए। जबकि 874 की कंपार्टमेंट आई। जिले का परीक्षा परिणाम इस वर्ष 87.25 प्रतिशत रहा। पिछले वर्ष कोरोना काल में यह शत प्रतिशत था।

कोरोना के बाद हुई 12वीं कक्षा की हुई लिखित परीक्षा का बोर्ड ने परिणाम जारी कर दिया है। कोरोना की वजह से पिछले साल बिना परीक्षा लिए ही सभी विद्यार्थियों को पास कर दिया गया था। इस वर्ष बोर्ड का परिणाम 87.08 प्रतिशत रहा। यह पिछले साल के कोविड काल परिणाम को छोड़कर शेष वर्षों से बेहतर है। कोरोना के कारण बोर्ड ने गत वर्ष सभी 10505 विद्यार्थियों को पास कर दिया था। इनमें से 9839 नियमित व 666 प्राइवेट विद्यार्थी थे। नियमित विद्यार्थियों में से 4784 लड़के व 5055 लड़कियां थीं।

बोर्ड ने इस वर्ष लिखित परीक्षा के आधार पर जारी परिणाम में टॉपर सूची जारी की है। टॉपर सूची में जिले के निंदाना की बेटियों ने बाजी मारी है। प्रदेश की टॉपर काजल ने 498 अंक प्राप्त किए तो नेहा ने 494 अंक लेकर प्रदेश में तीसरे स्थान प्राप्त किया। अंशु 490 अंक लेकर जिले की टॉपर सूची में जगह बनाने में सफल रही। ये तीनों बेटियों एक ही गांव और एक ही स्कूल की छात्रा हैं।

बोर्ड के परीक्षा परिणाम में जिला इस बार प्रदेश में 14वें पायदान पर है। प्रदेश के 22 जिलों में चरखी दादरी 90.85 प्रतिशत परिणाम के साथ पहले नंबर पर रहा। इस पायदान तक पहुंचने के लिए जिले को इस वर्ष खासा जोर लगाना होगा। जिले का परीक्षा परिणाम 90 प्रतिशत तक पहुंचाने के लिए शिक्षा विभाग को भी एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा।

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