मुंबई33 मिनट पहले
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जुलाई 2023 में जियो फाइनेंशियल और अमेरिका बेस्ड ब्लैकरॉक ने 50:50 जॉइंट वेंचर की घोषणा की थी।
जियो ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट ने डेब्यू NFO के जरिए 17,800 करोड़ रुपए जुटाए हैं। कंपनी ने 7 जुलाई को इस बात की जानकारी दी है। जियो ब्लैकरॉक ने तीन कैश या डेट म्यूचुअल फंड स्कीम्स के जरिए यह फंड रेज किया है।
मई में लाइसेंस मिलने के बाद कंपनी की यह पहली पेशकश है। कंपनी की तीन योजनाएं- जियो ब्लैकरॉक ओवरनाइट फंड, जियो ब्लैकरॉक लिक्विड फंड और जियो ब्लैकरॉक मनी मार्केट फंड हैं।
जियो ब्लैकरॉक, मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और अमेरिका बेस्ड कंपनी ब्लैकरॉक के बीच एक जॉइंट वेंचर है। जियो ब्लैकरॉक ने एक बयान में कहा कि तीन दिन के इस पहले ऑफर में 90 से ज्यादा इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स और 67,000 से ज्यादा रिटेल इन्वेस्टर्स ने निवेश किया।
जियो ब्लैकरॉक टॉप-15 एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में शामिल
फर्म ने कहा कि 2 जुलाई 2025 को बंद होने वाला NFO भारत के कैश/डेट फंड सेगमेंट में सबसे बड़ा था। इसके चलते जियो ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट देश में मैनेजमेंट के तहत लोन एसेट्स के आधार पर 47 फंड हाउस में से टॉप-15 एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में शामिल हो गई है।
जियो ब्लैकरॉक की ब्रोकिंग बिजनेस में भी एंट्री
10 दिन पहले सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी SEBI ने जियो ब्लैकरॉक ब्रोकिंग को स्टॉकब्रोकर के रूप में काम करने की मंजूरी दे दी। जियो फाइनेंशियल ने एक्सचेंज फाइलिंग में कंफर्म किया था कि जियो ब्लैकरॉक ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड (JBBPL) को सेबी से 25 जून 2025 की तारीख का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट मिल गया है। यह सर्टिफिकेट कंपनी को स्टॉकब्रोकर और क्लियरिंग मेंबर के रूप में काम करने की परमिशन देता है।

सेबी ने 27 मई को जियो ब्लैकरॉक को भारत में अपने म्यूचुअल फंड बिजनेस के लिए इन्वेस्मेंट मैनेजर के रूप में ऑपरेशन शुरू करने की मंजूरी दी थी।
जुलाई 2023 में दोनों कंपनियों ने जॉइंट वेंचर की घोषणा की थी
जुलाई 2023 में जियो फाइनेंशियल और अमेरिका बेस्ड ब्लैकरॉक ने 50:50 जॉइंट वेंचर की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य डिजिटल-फर्स्ट मॉडल के साथ भारत के एसेट मैनेजमेंट सेक्टर में प्रवेश करना है। इस साल जनवरी में दोनों कंपनियों ने जॉइंट वेंचर के तहत म्यूचुअल फंड बिजनेस में 117 करोड़ रुपए का निवेश किया था।
मई में म्यूचुअल फंड बिजनेस के लिए सेबी से मंजूरी मिली थी
मई महीने में जियो ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड यानी जियो फाइनेंशियल और ब्लैकरॉक दोनों कंपनियों के जॉइंट वेंचर को भारत में म्यूचुअल फंड बिजनेस शुरू करने के लिए SEBI की मंजूरी मिली थी।
सेबी ने 27 मई को जियो ब्लैकरॉक को भारत में अपने म्यूचुअल फंड बिजनेस के लिए इन्वेस्मेंट मैनेजर के रूप में ऑपरेशन शुरू करने की मंजूरी दी थी। जियो ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) और ब्लैकरॉक का 50:50 वाला जॉइंट वेंचर है।
SEBI ने पहले इन-प्रिंसिपल अप्रूवल दिया था
इससे पहले जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और ब्लैकरॉक के जॉइंट वेंचर को भारत में म्यूचुअल फंड सेक्टर में एंट्री के लिए मार्केट रेगुलेटर SEBI ने इन-प्रिंसिपल अप्रूवल दिया था। म्यूचुअल फंड के लिए दोनों कंपनियां को-स्पॉन्सर्स के रूप में काम करेंगी।
66 लाख करोड़ की MF इंडस्ट्री में बढ़ेगा कॉम्पिटिशन
जियो के म्यूचुअल फंड सेक्टर में एंट्री से 66 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) वाले म्यूचुअल फंड इंजस्ट्री में कॉम्पिटिशन और बढ़ने की संभावना है।
दोनों कंपनियों ने जुलाई 2023 में म्यूचुअल फंड बिजनेस के लिए पार्टनरशिप की थी और अक्टूबर 2023 में SEBI के पास लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था। दोनों कंपनियों ने भारत में एसेट मैनेजमेंट बिजनेस के लिए 15 करोड़ डॉलर का निवेश करने की घोषणा की थी।
जुलाई 2023 में RIL से अलग हुई थी जियो फाइनेंशियल
रिलायंस का फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस जुलाई 2023 में अपनी मूल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) से अलग हुआ था। डीमर्जर के बाद प्राइस डिस्कवरी मैकेनिज्म के तहत जियो फाइनेंशियल के शेयर का भाव 261.85 रुपए तय हुआ था। इसके बाद 21 अगस्त को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर कंपनी का शेयर 265 रुपए पर लिस्ट हुआ था।
Source: https://www.bhaskar.com/business/news/jio-blackrock-raises-rs-17800-crore-through-nfo-135392691.html