in

“जंगली घोड़े ज्यादा हैं”…3 घंटे हुड्डा, सैलजा और सुरजेवाला संग क्या बात बात, राहुल गांधी ने बताया-हरियाणा में 11 साल से क्यों नहीं बन पाया सगंठन? Haryana News & Updates

“जंगली घोड़े ज्यादा हैं”…3 घंटे हुड्डा, सैलजा और सुरजेवाला संग क्या बात बात, राहुल गांधी ने बताया-हरियाणा में 11 साल से क्यों नहीं बन पाया सगंठन? Haryana News & Updates

[ad_1]

चंडीगढ. हरियाणा में कांग्रेस के संगठन के गठन को लेकर राहुल गांधी ने पार्टी के नेताओं से चंडीगढ़ में मीटिंग की. ऐसे में प्रदेश में गुजरात मॉडल के तर्ज पर कांग्रेस का संगठन बन सकता है. गुजरात मॉडल में राहुल ने साफ कर दिया था कि अब असली कांग्रेसी ही पार्टी में रहेंगे. ऐसे में अब राहुल ने आदेश दिए हैं कि जिला अध्यक्षों के लिए मानक भी निर्धारित किए जाएंगे. राहुल के दौरे के बाद नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति भी हो सकती है. हालांकि, सीनियर नेता अजय सिंह ने इस बात से इंकार किया है. मीटिंग में राहुल ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस में जंगली घोड़े ज्यादा हैं.

राहुल के लंगड़े घोड़े के बयान का असर भी संगठन के चुनाव में हो सकता है. तीन घंटे तक राहुल ने हुड्डा, सैलजा, सुरेजावाला सहित अन्य नेताओं से मीटिंग की थी. हरियाणा कांग्रेस के संगठन विस्तार की प्रक्रिया 10 जून से शुरू होगी. 30 तक प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है. जिला वाइज आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी.

दरअसल, हरियाणा कांग्रेस की संगठनात्मक खामियों और आंतरिक गुटबाज़ी को लेकर राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रदेश नेताओं के साथ अहम बैठक की. बैठक के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैप्टन अजय यादव ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि “अबकी बार हरियाणा में कांग्रेस का जिला अध्यक्ष किसी का ‘रबर स्टंप’ नहीं होगा. सिफारिशों का दौर अब खत्म होने जा रहा है.”

कैप्टन अजय यादव के मुताबिक, राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस नेताओं को साफ संदेश दिया है कि संगठन में सिफारिशों के आधार पर कोई पद नहीं दिया जाएगा और जिला अध्यक्षों की नियुक्ति 30 जून से पहले कर दी जाएगी.

संगठन निर्माण में देरी का कारण गुटबाज़ी

बैठक में राहुल गांधी ने हरियाणा कांग्रेस में लंबे समय से चले आ रहे आंतरिक विवादों पर भी चिंता जताई. राहुल ने कहा कि हरियाणा में “जंगली घोड़े ज्यादा हैं”, इसलिए आपसी खींचतान के चलते संगठन पिछले 11 साल से अधूरा पड़ा है. इस गुटबाज़ी के चलते पार्टी का ढांचा लगातार कमजोर हुआ है.

नेता प्रतिपक्ष पर नहीं हुई चर्चा

सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी की इस बैठक में हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई. पूरी बैठक का फोकस पार्टी संगठन को मज़बूत करने और ज़मीनी स्तर पर अनुशासन बहाल करने पर था.

संगठन में अनुशासन पर जोर

राहुल गांधी ने बैठक के दौरान सभी नेताओं को स्पष्ट निर्देश दिए कि अब पार्टी में संघठनात्मक अनुशासन सर्वोपरि होगा और व्यक्तिगत हितों की राजनीति नहीं चलेगी. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को हरियाणा में फिर से मजबूत करने के लिए हर नेता को अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर काम करना होगा. इस बैठक के बाद माना जा रहा है कि हरियाणा कांग्रेस में लंबे समय से चले आ रहे नेतृत्व के संकट और संगठनात्मक शून्यता को दूर करने के लिए अब ठोस कदम उठाए जाएंगे.

[ad_2]

OnePlus 13s भारत में हुआ लॉन्च: कीमत, फीचर्स और स्पेसिफिकेशंस से लेकर सबकुछ, जानिए आसान भाषा मे Today Tech News

OnePlus 13s भारत में हुआ लॉन्च: कीमत, फीचर्स और स्पेसिफिकेशंस से लेकर सबकुछ, जानिए आसान भाषा मे Today Tech News

TMKOC : आलिया दीपिका से कम नहीं माधवी की रियल लाइफ सानू , वायरल वीडियो देख आप भी कहेंगे वाहह..!! Latest Entertainment News

TMKOC : आलिया दीपिका से कम नहीं माधवी की रियल लाइफ सानू , वायरल वीडियो देख आप भी कहेंगे वाहह..!! Latest Entertainment News