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अंबाला. कहा जाता है कि बचपन में जो बच्चे को सिखाई जाती है, वह उसे पूरी जिंदगी याद रहती है. जो परवरिश उन्हें दी जाती है, वैसा ही काम वे पूरी जिंदगी में करते हैं. अंबाला का कलाधारा थिएटर एंड आर्ट ग्रुप भी यही एक सकारात्मक सोच जन जन तक पहुंचा रहा है. खास बात यह है कि इस ग्रुप को चलाने वाले सभी लोग विद्यार्थी हैं. अपने निजी कोष से समाज सेवा वाले कार्य कर रहे हैं. इसके उपरांत यह लोग झुग्गी झोपड़ियां में रहने वाले छोटे बच्चों को भी शिक्षा देते हैं.

छात्र जीवन में ही करते हैं समाज सेवा
हालांकि शिक्षा से बड़ा कोई दान नहीं होता बावजूद इसके यह लोग उन बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ उन्हें पहनने के लिए अच्छे कपड़े और खाने के लिए भोजन भी प्रदान करवाते हैं. इतनी छोटी सी उम्र में खुद विद्यार्थी होने के बावजूद यह लोग न सिर्फ छोटे बच्चे बल्कि, जहां-जहां इन्हें जरूर लगती है, वह वहां जाकर समाज सेवा के कार्य करते हैं. कई बार मेडिकल कैंप भी लगाए हैं. इसके उपरांत अवेयरनेस कैंप चलाएं हैं. थिएटर को प्रमोट करने के लिए खास तौर पर वर्कशॉप्स लगाई जाती है. इसके साथ-साथ लोगों को एक प्लेटफार्म देने के लिए और कल को उभारने के लिए खासतौर पर प्रदर्शनियां लगाई जाती है.
दूसरों को पैरों पर करते हैं खड़ा

इन प्रदर्शनियों में विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स लगाई जाती है. लोग चाहे तो उन्हें खरीद भी सकते हैं. अंबाला में कलाधारा थिएटर एंड आर्ट ग्रुप लोगों की मदद करने और कल को उभारने के लिए सबसे ऊपर है. हर व्यक्ति इन बच्चों का सहयोग करने के लिए तैयार रहता है. क्योंकि यह लोग अपनी पढ़ाई के साथ-साथ दूसरों को शिक्षित करने का कार्य कर रहे हैं. दूसरों को उनके पैरों पर खड़े होने की मदद कर रहे हैं.
FIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 19:32 IST
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