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Google AI: पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर चर्चा तेज़ है कि Google चुपचाप आपकी Gmail पढ़कर अपने Gemini AI मॉडल को ट्रेन कर रहा है. कई वायरल पोस्ट दावा कर रहे हैं कि आपकी ईमेल, अटैचमेंट और चैट को AI के ब्रेनपावर के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है और इसीलिए Google ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव किए हैं. कुछ पोस्ट तो लोगों को Gmail के smart features बंद करने की सलाह भी दे रहे हैं. हालांकि, Google का कहना है कि ये सब पूरी तरह गलत है.
The Verge से बातचीत में Google की प्रवक्ता Jenny Thomson ने साफ कहा “ये सभी दावे भ्रामक हैं. हमने किसी का सेटिंग नहीं बदला है, Gmail के स्मार्ट फीचर्स कई सालों से मौजूद हैं और हम Gmail की सामग्री का उपयोग Gemini AI मॉडल को ट्रेन करने के लिए नहीं करते.” इसके बावजूद, कई यूज़र्स घबरा कर अपने Gmail की सेटिंग्स चेक करने लगे हैं.
IMPORTANT message for everyone using Gmail.
You have been automatically OPTED IN to allow Gmail to access all your private messages & attachments to train AI models.
You have to manually turn off Smart Features in the Setting menu in TWO locations.Retweet so every is aware. pic.twitter.com/54FKcr4jO2
— Dave Jones (@eevblog) November 19, 2025
असली कन्फ्यूजन कहां से शुरू हुई?
गलतफहमी जनवरी में आए एक अपडेट के बाद बढ़ी. Google ने एक नया विकल्प दिया था जिसमें यूजर अलग-अलग ऐप्स के स्मार्ट फीचर्स को अलग से नियंत्रित कर सकते थे. यानी आप चाहें तो Gmail, Calendar या Docs में स्मार्ट फीचर्स बंद कर सकते हैं लेकिन Maps या Wallet में उन्हें चालू रख सकते हैं.
लेकिन रिपोर्ट के अनुसार कुछ यूज़र्स की सेटिंग अपने आप रीसेट हो गईं और जिन फीचर्स को उन्होंने पहले बंद किया था, वे दोबारा ऑन पाए गए. यह तकनीकी गड़बड़ी कितनी बड़ी थी, यह स्पष्ट नहीं, मगर इससे लोगों का शक बढ़ गया.
Gmail के ये स्मार्ट फीचर्स सिर्फ स्पेल चेक ही नहीं करते बल्कि फ्लाइट टिकट ऑटोमेटिक कैलेंडर में जोड़ना, ऑनलाइन ऑर्डर ट्रैकिंग, ईमेल का ऑटो-सम्मरी, जरूरी रिमाइंडर जैसी सुविधाएं भी देते हैं. इन्हें ऑन करने पर आपको बताया जाता है कि आपका Workspace डेटा सिर्फ आपके अनुभव को व्यक्तिगत बनाने के लिए इस्तेमाल होता है. Google का कहना है कि इसका AI ट्रेनिंग से कोई संबंध नहीं.
Google का दावा
Google बार-बार यही दोहरा रहा है कि Gmail का कंटेंट Gemini 3 या किसी भी AI मॉडल को ट्रेन करने में नहीं जाता. आपकी ईमेल सिर्फ आपके लिए बेहतर सुझाव, रिमाइंडर और सुधार देने में मदद करती है AI मॉडल ट्रेनिंग में नहीं.
यह विवाद ऐसे समय में उठा है जब Google का नया और शक्तिशाली Gemini 3 AI मॉडल सुर्खियों में है. Google के CEO सुंदर पिचाई ने बताया कि यह मॉडल इंसानी अंदाज़ में जानकारी समझ सकता है, जटिल डेटा को परत-दर-परत तोड़ सकता है, लंबी बातचीत का संदर्भ पकड़ने में पहले से कहीं बेहतर है. Gemini 3 हाथ से लिखे नोट्स, रिसर्च पेपर, वीडियो लेक्चर, रेसिपी लगभग हर तरह का डेटा प्रोसेस कर सकता है.
क्या आपकी Gmail सुरक्षित है?
कंपनी का साफ कहना है“न तो आपकी ईमेल पढ़कर AI ट्रेन होता है और न ही किसी सेटिंग को चुपचाप बदला गया है.” हालांकि AI और प्राइवेसी को लेकर बढ़ती चिंता स्वाभाविक है, इसलिए अपने Gmail की सेटिंग्स देख लेना बुरा विचार नहीं. यह आपको बताएगा कि आपके डेटा का इस्तेमाल कैसे हो रहा है और कौन आपकी ईमेल वास्तव में पढ़ रहा है.
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