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चरखी दादरी। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त राहुल नरवाल ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनमें बताया गया कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए चुनाव से संबंधित कार्य करना प्राथमिकता है। चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार चुनाव कार्यों को तत्परता के साथ पूरा किया जाए।
चुनाव कार्य में कोताही के लिए कोई स्थान नहीं
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त राहुल नरवाल ने कहा कि चुनाव संपन्न होने तक सभी अधिकारी और कर्मचारी चुनाव आयोग के अधीन हैं। इस दौरान सभी कार्मिकों को आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार ही कार्य करना है। चुनाव के दौरान बिना अनुमति के किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के स्टेशन छोड़ने पर रोक है। पूर्व अनुमति के बिना किसी को भी अवकाश नहीं दिया जा सकता।
उन्होंने कहा कि सभी दल आपस में तालमेल बनाकर रखें ताकि जरूरत पड़ने पर दूसरी टीमों को सूचित किया जा सके और समय पर कार्यवाही हो सके। चुनाव के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखना, आदर्श आचार संहिता को लागू करवाना और खर्चा निगरानी करना ही मुख्य कार्य है।
वीडियो सर्विलेंस टीम (वीएसटी) को कार्यक्रम की रिकाॅर्डिंग वीडियो व्यूविंग टीम (वीवीटी) को रोज समय पर संबंधित वीडियो उपलब्ध करवाना है। उसके बाद खर्चे के अनुमान के साथ खाता दल को ब्योरा भेजा जाता है। वीएसटी, वीवीटी और खाता दल का खर्चा निगरानी में अहम योगदान है। किसी कार्यक्रम की स्वीकृति हो या नहीं लेकिन रिकाॅर्डिंग हर कार्यक्रम की होनी चाहिए। अगर स्वीकृति के बिना कोई कार्यक्रम किया जा रहा है तो उस आयोजक पर संबंधित टीम कार्रवाई करेगी।
हर वस्तु की दर है निर्धारित
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार कुर्सी, मेज, शामियाने से लेकर खाने, पीने सहित हर प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं की दर निर्धारित है। इन्हीं दरों के अनुसार शैडो रजिस्टर में हर प्रकार के चुनावी खर्चे को दर्ज किया जाना है। सभी दल अपने तैनाती स्थलों पर मौजूद रहकर हर गतिविधि को रिकॉर्ड करवाएं।
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