in

चीन में तबाही मचा रहा HMPV वायरस, इससे भारत को कितना खतरा? NCDC ने बताई हकीकत – India TV Hindi Politics & News

चीन में तबाही मचा रहा HMPV वायरस, इससे भारत को कितना खतरा? NCDC ने बताई हकीकत – India TV Hindi Politics & News

[ad_1]

Image Source : X
सोशल मीडिया पर चीन की वायरल तस्वीरें

कोरोना महामारी की तरह ही चीन में एक और वायरल का संक्रमण फैलने की खबर है। कई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले बढ़ रहे हैं। सोशल मीडिया में दावा किया गया है कि वायरस तेजी से फैल रहा है, अस्पताल और शवदाहगृह भरे पड़े हैं। ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो में भीड़भाड़ वाले अस्पताल दिखाई दे रहे हैं, जिसमें कुछ उपयोगकर्ता कह रहे हैं कि इन्फ्लूएंजा ए, एचएमपीवी, माइकोप्लाज्मा निमोनिया और कोविड-19 सहित कई वायरस फैल रहे हैं। हालांकि, चीन ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है।

चीन में महामारी फैलने के दावों ने भारत में भी चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र का कहना है कि भारत के लोगों को इस बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। यहां हालात पूरी तरह से सामान्य हैं।

अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के संपर्क में है एनसीडीसी

आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) देश में श्वसन और मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामलों की बारीकी से निगरानी कर रहा है, और चीन में मानव मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के प्रकोप की हालिया रिपोर्टों के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के संपर्क में है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम स्थिति की बारीकी से निगरानी करना जारी रखेंगे और उसी के अनुसार सूचना देंगे और अन्य बातों की पुष्टि करेंगे।”

भारत में चिंतित होने की जरूरत नहीं

स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि मानव मेटान्यूमोवायरस किसी भी अन्य श्वसन वायरस की तरह है जो सामान्य सर्दी का कारण बनता है, और यह युवा और बहुत बूढ़े लोगों में फ्लू जैसे लक्षण पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा “चीन में मानव मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के प्रकोप के बारे में खबरें चल रही हैं। हालांकि, हमने देश (भारत) में श्वसन प्रकोप के आंकड़ों का विश्लेषण किया है और दिसंबर 2024 के आंकड़ों में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है और हमारे किसी भी संस्थान से बड़ी संख्या में कोई मामले सामने नहीं आए हैं। वर्तमान स्थिति के बारे में चिंतित होने की कोई बात नहीं है।”

सर्दी से बचने के लिए सामान्य तरीके अपनाएं- डॉ. गोयल

डॉ. गोयल ने कहा, “वैसे भी, सर्दियों के दौरान श्वसन संक्रमण का प्रकोप बढ़ जाता है, जिसके लिए आमतौर पर हमारे अस्पताल आवश्यक आपूर्ति और बिस्तरों के साथ तैयार रहते हैं।” उन्होंने लोगों को श्वसन संक्रमण को रोकने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामान्य सावधानियों को अपनाने की सलाह दी, जिसका मतलब है कि अगर किसी को खांसी और जुकाम है तो उसे दूसरों के संपर्क में आने से बचना चाहिए ताकि संक्रमण न फैले। उन्होंने कहा कि लोगों को सर्दी होने पर दूसरों के संपर्क में आने से बचना चाहिए और सर्दी और बुखार के लिए सामान्य दवाएं लेनी चाहिए। (इनपुट- पीटीआई)

Latest India News



[ad_2]
चीन में तबाही मचा रहा HMPV वायरस, इससे भारत को कितना खतरा? NCDC ने बताई हकीकत – India TV Hindi

Balgownie, Arjun, Seina and Joondalup impress Today Sports News

Balgownie, Arjun, Seina and Joondalup impress Today Sports News

क्या सर्दियों में गर्मियों के मुकाबले बढ़ जाता है बीपी, नहीं होता है दवा का असर? Health Updates

क्या सर्दियों में गर्मियों के मुकाबले बढ़ जाता है बीपी, नहीं होता है दवा का असर? Health Updates