[ad_1]

जिला प्रशासन ने शनिवार शाम मॉक ड्रिल के जरिये अपनी तैयारियां परखीं। करीब 30 मिनट तक मॉक ड्रिल चली और इस दौरान आग लगने से लघु सचिवालय भवन की पहली मंजिल पर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं, मॉक ड्रिल में शहर के मातृ-शिशु अस्पताल को ट्रामा सेंटर बनाया गया।
बता दें कि मॉक ड्रिल के तहत शाम ठीक 5 बजे लघु सचिवालय में सायरन बजा और तुरंत प्रशासनिक टीमें राहत कार्य में जुट गईं। मॉक ड्रिल की निगरानी डीएसपी धीरज कुमार और नगराधीश जितेंद्र कुमार ने की। उन्होंने हर गतिविधि पर नजर रखी और इसके बाद उपायुक्त को रिपोर्ट सौंपी। उन्होंने बताया यह केवल पूर्वाभ्यास था और लोग इसे लेकर कतई चिंतित न हो। उन्होंने बताया कि पहले मॉक ड्रिल सफल रही।
[ad_2]
चरखी दादरी: लघु सचिवालय में मॉकड्रिल का हुआ आयोजन