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जिला में शुक्रवार को भी यूरिया व डीएपी खाद नहीं पहुंची। किसान पैक्स समिति कार्यालयों व जमीदारा सोसाइटी के चक्कर काटते रहे। कृषि विभाग अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही खाद पहुंचने की उम्मीद है। जिला में 16 पैक्स समितियां व प्राइवेट बिक्री क्रेंद्रों के जरिए किसानों को खाद मुहैया करवाई जाती है। बारिश होने के बाद बाजरा,कपास व धान की फसलों में यूरिया की अधिक जरूरत है।
इस समय किसान धान की पछेती रोपाई भी कर रहे हैं। धान की फसल के लिए यूरिया की जरूरत है। बाजरा में भी यूरिया के छिड़काव की आवश्यकता है। वैसे इस समय सभी प्रकार की फसलों का विकास एवं वृद्धि ठीक प्रकार से हो रही है। बारिश से फसलों को खासा फायदा पहुंचा है। फसलों में नुकसान की आशंका नहीं है। इस माह यूरिया खाद की ज्यादा जरूरत है। बिजाई एवं रोपाई का अंतिम दौर चल रहा है। एक किसान को आधार कार्ड से यूरिया के पांच व डीएपी के तीन बैग दिए जाते हैं।
डीएपी खाद जल्द पहुंचने की उम्मीद है। जरूरत के अनुसार खाद उपलब्ध करवाई जा रही है। खाद की मांग भेज रखी है। खरीफ सीजन में 15 हजार एमटी खाद की मांग भेज रखी है। -कृष्ण कुमार, एसडीओ, कृषि विभाग।
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चरखी-दादरी में तीसरे दिन भी नहीं पहुंची डीएपी और यूरिया खाद, किसान बैरंग लौटै