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चंडीगढ़ के डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव का अचानक ट्रांसफर होना चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं दूसरी और डीजीपी के ट्रांसफर ऑर्डर मंगलवार को आए और उससे अगल दिन बुधवार काे भी डीजीपी सेक्टर 9 स्थित पुलिस हैडक्वार्टर में नहीं आए वो सीधे दिल्ली रवाना हो गए। ट
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पीए के जरिए सौंपा चार्ज
मंगलवार को डीजीपी सुरेंद्र यादव के ट्रांसफर ऑर्डर आए थे जिसके बाद डीजीपी ने अपने पीए को बुलाकर उसके जरिए चार्ज सौंप दिया। साथ ही उसी दिन सरकारी कोठी से सामान दिल्ली शिफ्ट कर दिया गया। डी.जी.पी. सुरेंद्र यादव का ट्रांसफर बी.एस.एफ. में आईजी बॉर्डर रेंज के रूप में किया गया है। उनके स्थान पर आईजी राजकुमार को अगले आदेश तक डीजीपी का अतिरिक्त चार्ज सौंपा गया है।
पहले भी आईपीएस नहीं कर पाए कार्यकाल पूरा

पुलिस में अनुशासन को लेकर सख्ती दिखाने वाले डी.जी.पी. सुरेंद्र सिंह यादव को भी कार्यकाल पूरा होने से पहले ही ट्रांसफर हो गया। उन्हें मात्र एक साल पूरे हुए थे और ट्रांसफर के आदेश मिलने के बाद चंडीगढ़ छोड़ना पड़ा। इससे पहले आई.पी.एस. नौनिहाल सिंह और कुलदीप सिंह चहल का भी कार्यकाल पूरा होने से पहले ही ट्रांसफर कर दिया गया था। डीजीपी के ट्रांसफर के बाद न तो उन्हें पुलिस विभाग की ओर से रस्मी फेयरवेल दी गई और न ही कोई बड़ा अधिकारी उनसे मिलने पहुंचा।
पहले भी कार्यकाल पूरा किए बिना बदले गए थे अधिकारी
इससे पहले एसएसपी कुलदीप सिंह चहल और नौनिहाल सिंह को भी कार्यकाल पूरा होने से पहले ही वापस भेज दिया गया था। एसएसपी चहल के कार्यकाल के दौरान अधिकारियों के बीच मतभेद गहरे हो गए थे, जिसके चलते उन्हें भी अचानक ट्रांसफर का सामना करना पड़ा था। नौनिहाल सिंह भी 2010 में एस.एस.पी. बने थे, लेकिन 2013 में उन्हें भी विवादों के बीच हटा दिया गया था। दोनों अधिकारियों को भी विदाई समारोह नहीं मिला था।
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चंडीगढ़ DGP ट्रांसफर, ऑफिस के बजाय सीधा दिल्ली रवाना: न कोई विदाई न मिला अफसर , PA के जरिए सौंपा चार्ज, सरकारी कोठी की खाली – Chandigarh News