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निशांत कुमार यादव, डीसी चंडीगढ़।
चंडीगढ़ प्रशासन ने आम लोगों को बड़ी राहत देते हुए ऑटो-म्यूटेशन सिस्टम शुरू कर दिया है। इस नए सिस्टम के तहत अब संपत्ति की रजिस्ट्री होने के बाद नाम अपने आप ट्रांसफर हो जाएगा, इसके लिए अलग से कोई आवेदन नहीं करना पड़ेगा। यह सिस्टम लागू कर दिया गया है।
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चंडीगढ़ एस्टेट ऑफिस ने यह सिस्टम लागू किया है। पहले रजिस्ट्री के बाद म्यूटेशन यानी नाम ट्रांसफर के लिए अलग से एस्टेट ऑफिस जाना पड़ता था और फॉर्म भरने पड़ते थे। लेकिन अब यह पूरा प्रोसेस ऑनलाइन और ऑटोमैटिक हो गया है।
देखिए ऐसे करेगा सिस्टम काम
- कोई मैनुअल फॉर्म नहीं भरना पड़ेगा। अब जैसे ही प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री होगी, म्यूटेशन की प्रक्रिया अपने आप शुरू हो जाएगी।
- एसआरओ (सब-रजिस्ट्रार) और एस्टेट ऑफिस के बीच डेटा सीधे शेयर होगा। यानी रजिस्ट्री के दौरान जो दस्तावेज दिए गए हैं, वही इस्तेमाल होंगे।
- प्रत्येक स्टेप पर डिजिटल ट्रैकिंग और ऑटोमैटिक SMS/ईमेल अलर्ट मिलेगा। जिससे पता चलता रहेगा कि प्रक्रिया कहां तक पहुंची है।
- एस्टेट ऑफिसर चंडीगढ़।
लोगों को ये होगा फायदा :
- बार-बार ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे
- अलग से दस्तावेज नहीं देने होंगे
- म्यूटेशन में पारदर्शिता और रफ्तार बढ़ेगी
- सरकारी सिस्टम में गड़बडिय़ों की गुंजाइश कम होगी
आसानी से होगी प्रॉपटी ट्रांसफर
चंडीगढ़ के एस्टेट ऑफिसर निशांत कुमार यादव (आईएएस) ने कहा, यह सिस्टम लोगों की सुविधा के लिए शुरू किया गया है। अब बिना भागदौड़ के ही प्रॉपर्टी ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। हमारा लक्ष्य है कि लोगों को तकनीक के जरिए सुविधाएं दी जाएं और सरकारी काम में पारदर्शिता लाई जाए। यह सिस्टम फ्रीहोल्ड, लीज होल्ड समेत सभी रजिस्टर्ड प्रॉपर्टी पर लागू होगा जो एस्टेट ऑफिस के अंतर्गत आती हैं। हालांकि, पुराने केस अभी पुराने (मैनुअल) सिस्टम के तहत ही चलेंगे।
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चंडीगढ़ में संपत्ति ट्रांसफर के लिए ऑटो-म्यूटेशन सिस्टम: रजिस्ट्री होते ही नाम होगा ट्रांसफर, अलग से आवेदन की जरूरत नहीं – Chandigarh News

