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चंडीगढ़ में रि.कर्नल दिलीप सिंह बाजवा से 3. 41 करोड़ ठगने वाले 3 और गिरफ्तार।
चंडीगढ़ में रि.कर्नल दिलीप सिंह बाजवा से 3. 41 करोड़ ठगने वाले 3 और आरोपियों को चंडीगढ साइबर सेल थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इससे पहले दो आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और अब तक कुल 5 अपराधी शिकंजे में आ चुके हैं। आरोपियों को साइबर सेल के इंचार्ज
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गिरफ्तार आरोपियों की पहचान:
1 | अवतार सिंह, निवासी गांव ओढां, थाना ओढां, जिला सिरसा (हरियाणा) |
2 | अमृतपाल सिंह, निवासी गांव ओढां, थाना ओढां, जिला सिरसा (हरियाणा) |
3 | सुनील कुमार , निवासी गांव पन्नीवाला मोटा, थाना ओढां, जिला सिरसा (हरियाणा) |
रि. कर्नल से ठगी मामले में 3 गिरफ्तार।
आरोपियों की भूमिका:
पुलिस जांच में सामने आया है कि अमृतपाल सिंह और सुनील कुमार ने अवतार सिंह को अपने नाम पर IndusInd Bank में खाता खोलने के लिए प्रेरित किया। जब खाता चालू हो गया, तो साइबर ठगी से प्राप्त ₹9.40 लाख उस खाते में डाले गए। इसके बाद दोनों आरोपियों ने यह रकम नकद में निकाल ली और खुद सिर्फ 1% कमीशन रखा, जबकि बाकी की राशि एक अन्य संदिग्ध को सौंप दी।
ऐसे ठगा रि. कर्नल को
चंडीगढ़ के सेक्टर 2ए निवासी रि. दिलीप सिंह बाजवा के साथ यह हाई-प्रोफाइल साइबर ठगी हुई। 18 मार्च 2025 को उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय नंबर +96424111812 से कॉल आई। कॉल करने वाले ने दावा किया कि उनके नाम पर एक वर्चुअल बैंक खाता खोला गया है और वीडियो कॉल पर एक एटीएम कार्ड भी दिखाया गया।
अगले दिन कॉलर ने बताया कि यह खाता एक बड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस से जुड़ा है जिसमें 2 करोड़ रुपए का लेन-देन और कारोबारी नरेश गोयल का नाम सामने आया है। कॉलर ने दिलीप सिंह पर 20 लाख रुपए की कमीशन लेने का झूठा आरोप लगाते हुए फर्जी सुप्रीम कोर्ट अरेस्ट ऑर्डर दिखाया और उन्हें वीडियो कॉल पर लगातार रखकर डराया और दबाव बनाया। इसी बहाने उन्हें अलग-अलग बैंक खातों में कुल ₹3.41 करोड़ ट्रांसफर करने के लिए मजबूर कर दिया गया।
डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड से बचने के लिए जरूरी सावधानियां:
पुलिस, सीबीआई, ईडी जैसी संस्थाएं कभी फोन पर पैसे की मांग नहीं करतीं।
फ्रॉड करने वाले आपको अलग-थलग करने के लिए वीडियो कॉल पर बनाए रखते हैं। तुरंत कॉल काटें और किसी भरोसेमंद से संपर्क करें।
डर के मारे पैसे ट्रांसफर करना बड़ी गलती है। असली एजेंसियां कभी डिजिटल गिरफ्तारी नहीं करतीं।
कोर्ट ऑर्डर, गिरफ्तारी वारंट जैसी चीजें दिखाने पर संबंधित सरकारी विभाग से पुष्टि करें।
अपने बैंक खाते, ओटीपी या पहचान दस्तावेज किसी अनजान के साथ साझा न करें।
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चंडीगढ़ में रि. कर्नल से ठगी, 3 और आरोपी गिरफ्तार: कुल 5 गिरफ्त में, फर्जी वीडियो कॉल और सुप्रीम कोर्ट का नकली अरेस्ट ऑर्डर दिखाया – Chandigarh News