[ad_1]
चंडीगढ़ नगर निगम पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहा है। लेकिन अब सामने आया है कि इसकी मौजूदा हालत के लिए खुद नगर निगम भी जिम्मेदार है। निगम को मुख्य रूप से पानी और पार्किंग से कमाई होती थी, लेकिन पिछले 2 सालों से पार्किंग की नीलामी नहीं हुई है। इसके अ
.
ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक 33 करोड़ 34 लाख 55 हजार 8 किलोलीटर पानी की बिलिंग दर्ज नहीं की गई। सवाल यह उठ रहा है कि इतना पानी आखिर कहां गया। इसका हिसाब नगर निगम से मांगा गया है।
रिपोर्ट में साफ किया गया है कि चंडीगढ़ को मिलने वाले नहरी पानी की स्टोरेज, वितरण और बिलिंग की जिम्मेदारी नगर निगम की है लेकिन इसमें कई खामियां पाई गई हैं।
हरप्रीत कौर बबला मेयर चंडीगढ।

नुकसान की होगी भरपाई- मेयर बबला
चंडीगढ़ नगर निगम मेयर हरप्रीत कौर बबला ने कहा नगर निगम को हो रहे इस भारी वित्तीय नुकसान को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस मामले में जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। कमिश्नर से बात करूंगी और जांच करवाकर निगम को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी।

2022 से 2024 में करोड़ों का नुकसान

नगर निगम ने 2022 से 2024 तक कुल 19 करोड़ 80 लाख 54 हजार 184.1 किलोलीटर पानी का वितरण किया था। लेकिन इसकी बिलिंग मात्र 16 करोड़ 47 लाख 08 हजार 678 किलोलीटर की हुई। ऑडिट रिपोर्ट के बाद यह साफ हो गया है कि या तो पानी चोरी हो रहा है, बेवजह बह रहा है, या फिर निगम कर्मियों की लापरवाही और मिलीभगत से यह सब हो रहा है। अब यह पूरा मामला जांच का विषय बन गया है।
[ad_2]
चंडीगढ़ में पानी बिलिंग में करोड़ों का घाटा: 2 साल से नहीं हुई पार्किंग नीलामी, 33.34 करोड़ किलोलीटर जल का मांगा हिसाब – Chandigarh News