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रविवार को दोपहर 2 बजे के बाद चंडीगढ़ में तेज बारिश शुरू हुई, जिससे कुछ ही देर में सड़कों पर पानी भर गया और कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गई। इससे पहले सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे।
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लगातार बारिश के चलते सुखना लेक का जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ 1 फुट नीचे है। अगर अगले 1-2 दिन और तेज बारिश होती रही, तो लेक के फ्लड गेट खोले जा सकते हैं। कुछ दिन पहले ही इन गेटों को ट्रायल के तौर पर खोला गया था ताकि सिस्टम की जांच की जा सके। मौसम विभाग ने 14 जुलाई के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
शनिवार को शहर में उमस भरी गर्मी रही। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि भारी बारिश की संभावना को देखते हुए सावधानी बरतें और निचले इलाकों से दूर रहें।
बारिश के कुछ देर बाद ही सड़कों पर भरा पानी।
जुलाई में अब तक सिर्फ 30% बारिश
मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक चंडीगढ़ में सिर्फ 30% बारिश दर्ज की गई है। एक दिन पहले यह आंकड़ा 39% तक था और जुलाई की शुरुआत में यह लगभग 70% पहुंच गया था। लेकिन लगातार यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी होने के बावजूद बारिश नहीं होने से सामान्य औसत बारिश का स्तर लगातार गिर रहा है।

बारिश से मिली लोगो को गर्मी से राहत।
अब तक 1 जून से शहर में कुल 337.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो इस सीजन की तुलना में बेहद कम है। इससे साफ है कि इस बार शहर में पर्याप्त और संतुलित बारिश नहीं हो रही है, जिससे लोगों की उम्मीदें भी कमजोर पड़ रही हैं।

अचानक दोपहर को बरसे बादल।
आने वाले दिनों में मौसम का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। यदि बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहा, तो सुखना लेक में पानी का स्तर और बढ़ सकता है।
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चंडीगढ़ में तेज बारिश से जलजमाव: सुखना लेक खतरे के करीब; 14 जुलाई के लिए यलो अलर्ट, अब तक 30% बारिश दर्ज – Chandigarh News