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90 आउटसोर्स कर्मचारियों निकाले जाने पर कमिशनर से मिले सिनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर।
चंडीगढ़ नगर निगम ने वित्तीय संकट का हवाला देते हुए 90 आउटसोर्स कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया, जिससे यह मामला गरमा गया है। मंगलवार को चंडीगढ़ के सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी और डिप्टी मेयर तरूणा मेहता, निगम कमिश्नर अमित कुमार से मिले और निक
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इस पर नगर निगम कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि फायर डिपार्टमेंट के निकाले गए कर्मचारियों के मामले की पुनः जांच की जाएगी और जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।
जसबीर बंटी सीनियर डिप्टी मेयर चंडीगढ़।
अगर जरूरत नहीं तो हर साल क्यों रखे जाते हैं कर्मचारी?
जसबीर सिंह बंटी ने कहा कि अगर नगर निगम में कर्मचारियों की जरूरत नहीं है, तो उन्हें हर साल क्यों रखा जाता है? उन्होंने सवाल किया कि अधिकारी हर साल हजार से अधिक आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती करते हैं, और फिर अगला अधिकारी आते ही उन्हें हटाना शुरू कर देता है। पहले ही जरूरत के मुताबिक कर्मचारी क्यों नहीं रखे जाते?
बीजेपी पर साधा निशाना
बंटी ने कहा कि बीजेपी एक तरफ तो गरीबों को नौकरी और मकान देने की बात करती है, लेकिन चंडीगढ़ में हकीकत कुछ और ही है। यहां गरीबों को नौकरी से निकाला जा रहा है, जिनका घर सिर्फ महीने की सैलरी पर चलता है। इसके अलावा, शहर में प्रॉपर्टी टैक्स भी बढ़ा दिया गया है, जिसका बोझ आम जनता पर पड़ रहा है।

तरूणा मेहता,डिप्टी मेयर चंडीगढ़।
फोन पर कहा- कल से मत आना
चंडीगढ़ नगर निगम ने 90 आउटसोर्स कर्मचारियों को फोन पर सूचना देकर अगले दिन से ड्यूटी पर न आने के लिए कह दिया, जिससे उनमें भारी आक्रोश है। इसके बाद आउटसोर्स कर्मियों ने चंडीगढ़ की मेयर हरप्रीत कौर बबला से मुलाकात की।
अलग-अलग विभागों से 90 कर्मचारी हटाए गए
निकाले गए कर्मचारियों में शामिल हैं:
- 47 फायरमैन
- 16 ड्राइवर
- 4 डेटा एंट्री ऑपरेटर
- 7 माली
- 7 एमटीएस
- 3 चपरासी
- 6 सफाई कर्मचारी
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चंडीगढ़ निगम से निकाले 90 आउटसोर्स कर्मचारी: कमिश्नर से मिले सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर, पूछा-जरूरत नहीं तो क्यों रखे जाते हैं ज्यादा कर्मचारी – Chandigarh News

