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चंडीगढ़ मेयर हरप्रीत कौर बबला के पति देवेंद्र बबला।
चंडीगढ़ में स्थित मनीमाजरा में नगर निगम द्वारा 7.7 एकड़ जमीन बेचने के मामले में मेयर हरप्रीत कौर बबला के पति देवेंद्र बबला ने सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा पहले तो हाउस मीटिंग में लाए गए प्रस्ताव में साइन किए और इसकी
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उन्होंने कहा कि इसके पीछे कौन है जो इन्हे आगे कर ऐजेंडा चलाया जा रहा है। उन्हें तो लग रहा है कि जो इसका विरोध कर रहे है वो अनपढ़ है या फिर उनका दिमागी संतुलन ठीक नहीं है।
मेयर हरप्रीत कौर बबला के पति देवेंद्र बबला।
अब विरोध क्यों किया जा रहा
देवेंद्र बबला ने कहा- नगर निगम काफी समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। जिसके चलते नगर निगम हाउस मीटिंग में मनीमाजरा में पड़ी निगम की जमीन को बेच कर आर्थिक तंगी सुधारने के लिए प्रस्ताव लाया गया था। जिसे जयादातर सभी ने हाथ खड़े कर इसे पास किया था और सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर बंटी ने साइन कर बाकायदा इसकी तारीफ की थी। इसके अलावा पार्षद प्रेमलता भी विरोध कर रही है, वो मेयर के चुनाव लड़ी और हार गई। इसमें उनका क्या कसूर जबकि उनकी अपनी ही पार्टी ने उन्हें वोट नहीं दिए ये उनसे पूछे।
बबला ने आरोप लगाते हुए कहा कि आप और कांग्रेस ने मिलकर मेयर बनाया था। फिर क्या किया नौकरी लगवाने और एक-एक लाख लेने के आरोप लगे, और एफआईआर भी दर्ज हुई। बबला ने कहा अगर उनके पास कोई बिल्डर है जो इसे खरीदना चाहते है तो वो उसे भी ला सकते है।

सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर बंटी।
जानिए क्यों उठा विवाद जिस 7.8 एकड़ जमीन को नीलाम किया जा रहा है, उसे पांच पार्ट में बांटा गया है। अलग-अलग नीलामी होगी, लेकिन टेंडर में शर्त रखी गई है कि इसमें एक ही बिडर बोली लगा सकता है। यानी कोई एक ही पांचों पार्ट खरीदेगा। सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर बंटी, डिप्टी मेयर तरुणा मेहता और पार्षद प्रेमलता के मुताबिक यह जानबूझकर रखी गई शर्त है, ताकि छोटा बिल्डर इसमें पार्ट न ले सके।

डिप्टी मेयर तरुणा मेहता।
इतना ही नहीं, उनका आरोप है कि जानबूझकर बिडर यानी बिल्डर को फेवर किया गया है, ताकि अलग-अलग पार्ट में खरीदे प्रोजेक्ट की एरिया रेशो इतनी कम हो जाए कि उसे एनवायरमेंट क्लीयरेंस सर्टिफिकेट भी न लेना पड़े। इसके अलावा आरोप है कि पूरे देश में सीएलयू तहत हाउसिंग प्रोजेक्ट होते हैं, जिनमें बिल्डर ही सारी डिवेलपमेंट करते हैं। बिल्डर ही सड़कें बनाते हैं, पोल लगवाते हैं, ग्रीन एरिया बनाते हैं और सीवर लाइन डालते हैं। जबकि इस प्रोजेक्ट में सब कुछ प्रशासन बनाकर बिल्डर को थाली में परोस कर देगा। इतना ही नहीं, आगे मेंटेनेंस भी निगम और प्रशासन ही करेगा।
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चंडीगढ़ निगम द्वारा 7.7 एकड़ जमीन बेचने पर विवाद: मेयर के पति बोले- सीनियर डिप्टी मेयर ने पहले साइन किए, अब कर रहे विरोध – Chandigarh News