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चंडीगढ़ इंफोर्समेंट विंग पर वूसली के आरोप लगाने वाला कर्मचारी विकास आया सामने।
चंडीगढ़ नगर निगम के कर्मचारी विकास ने मीडिया के सामने आकर आरोप लगाया कि इंफोर्समेंट विंग का एक इंस्पेक्टर उस पर दबाव डाल रहा है और उसे खाली कागज पर साइन करवाने को मजबूर कर रहा है।
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विकास ने कहा कि उन्होंने जो सबसे पहले वीडियो बनाया था, वह पूरी तरह सच था। उनके अनुसार अगले दिन सुबह इंफोर्समेंट विंग के अफसरों ने उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर जबरन वीडियो बनवाया, जिसमें कहा गया कि पहली वीडियो नशे में बनाई गई थी और उसमें कोई सच्चाई नहीं है।
विकास ने जोर देकर कहा कि पहली वीडियो के एक-एक शब्द सच हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर निगम के अफसर सही तरीके से जांच करवाते तो बहुत बड़ा स्कैम सामने आता, लेकिन अब तक अफसरों ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
दूसरा विडियो अगली सुबह बनाया गाडी में बैठकर।
कमिश्नर से सीबीआई जांच की मांग जिस समय कर्मचारी मीडिया के सामने आया, उस दौरान सेक्टर-22 शास्त्री मार्केट के प्रधान मुकेश गोयल भी मौजूद थे। मुकेश ने कहा कि वे इसे लेकर नगर निगम कमिश्नर अमित को शिकायत दे चुके हैं और इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है, ताकि पूरा सच सामने आ सके।

विकास ये बनाया था पहला विडियो।
सुनिए वीडियो में कर्मचारी विकास ने क्या आरोप लगाए..
- विकास ने अपने मोबाइल का वीडियो कैमरा ऑन किया और बोला कि मैं अपने घर पर बैठा हूं, ये रही मेरी बेटी, बेटा और पत्नी। मैं निगम में इंफोर्समेंट विंग में काम करता था।निगम के इंस्पेक्टर, जिन्हें अभी 3 साल हुए ज्वाइनिंग को, वो मुझ पर दबाव बनाते हैं कि वेंडर्स से पैसा इकट्ठा करो और मैं हर महीने उन्हें 4 से 6 लाख तक इकट्ठा कर रहा हूं। लेकिन कुछ समय से वो मुझ पर ज्यादा दबाव बनाने लगे और कहने लगे कि और ज्यादा पैसे इकट्ठा करो।
- विकास ने कहा कि उन्हें धमकी दी जाती है कि अगर ऐसा नहीं करेगा तो नौकरी से निकाल देंगे और उन्होंने कुछ दिन बाद वही किया। विकास बोला, हर महीने चालान काटते हैं सिर्फ 1 से डेढ़ लाख रुपए का। उसने अफसरों से अपील की और कहा कि जांच करवाएं, अगर उसकी गलती पाई जाती है तो उस पर भी कार्रवाई की जाए।
- वीडियो में बेटी और पत्नी भी बोल रही हैं कि ये घर पर पैसों की रोजाना काफी बड़ी गड्डी लेकर आता था और कहता था कि अफसरों को देने हैं।
- वीडियो में एक इंस्पेक्टर पर आरोप लगाया कि वो तो हैंडीकैप्ड हो या फिर भिखारी, किसी को भी नहीं छोड़ता था, हर किसी से पैसा लेता था और उसके कारण ही एक कर्मचारी जसपाल ने सुसाइड कर लिया था। जसपाल उसका काफी अच्छा दोस्त था।
- आगे विकास बोलता है कि उसने इस समय शराब पी रखी है, मगर वो बिल्कुल सच बोल रहा है और उसके साथ कुछ भी हो सकता है, इसलिए मैं ये वीडियो अभी बनाकर फेसबुक पर डाल रहा हूं।
- विकास ने कहा, नगर निगम की इंफोर्समेंट विंग में 3 से 4 को छोड़कर सभी हर महीने पैसे ले रहे हैं और पैसे लेने के लिए कर्मचारियों पर दबाव बनाते हैं।
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चंडीगढ़ निगम कर्मचारी ने अफसर पर वसूली का आरोप लगाया: पहली वीडियो सच बताई, 4-6 लाख रुपए हर महीने का दावा, सीबीआई जांच की मांग की – Chandigarh News
