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सदन में आप पार्षद हंगामा करते हुए।
चंडीगढ़ नगर निगम हाउस की आज शुक्रवार को जनरल मीटिंग चल रही है। इस दौरान पहले वित्त एंड अनुबंध कमेटी के लिए चुनाव हुआ। लेकिन ऐन मौके पर आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद योगेश ढींगरा ने अपना नाम वापस ले लिया। साथ ही AAP में बागी तेवर दिखाकर नामांकन करने व
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हालांकि मीटिंग में सांसद मनीष तिवारी भी पहुंचे थे। लेकिन जैसे ही चुनाव की प्रक्रिया निर्विरोध संपन्न हुई तो वह वहां से निकल गए। हालांकि सदन में आप पार्षद ने हंगामा किया । उनका कहना थ कि बीजेपी ने कॉलोनी वालियों से वायदा किया गया था कि उन्हें अलॉट किए मकानों के मालिकाना हक मिलेंगे। लेकिन संसद सारी सच्चाई सामने आ गई है। लोगों से धोखा हुआ है। वहीं, मेयर ने कहा कि कहा नगर निगम की आर्थिक हालत के मुद्दे पर वह आज शाम को गवर्नर गुलाब चंद कटारिया से मीटिंग करने जा रही है।
AAP नहीं चाहती थी पार्टी में बगावत
एफएंडसीसी कमेटी के पांच मेंबरों के लिए चयन आज होना था। इस दौरान छह पार्षदों ने आवेदन किया था। आप से योगेश ढींगरा, सुमन और और पूनम का नाम था। जबकि भाजपा से सौरभ जोशी, जसमनप्रीत और कांग्रेस से गुरप्रीत सिंह ने नामांकन भरा था। हालांकि के AAP मेयर चुनाव हारने के बाद लीडरशिप पर सवाल उठ रहे थे। दूसरा अब दिल्ली चुनाव हो गए । ऐसे में चंडीगढ़ की लीडरशिप कोई बवाल नहीं चाहती थी। ऐसे में पूरी रणनीति के साथ मीटिंग से ठीक पहले ढींगरा ने नाम वापस ले लिया।
प्रेम लता बोली- चुनाव में वोट क्रॉस करने वाले अपने ही
इस मौके मेयर चुनाव हारने वाली आप और कांग्रेस की सांझी उम्मीदवार रही प्रेम लता ने कहा कि चुनाव मुझे बीजेपी ने नहीं हराया। वोट क्रॉस करने वाली भी दोनों पार्टियों से अपने ही है। उन्होंने कहा कि मैं हारी नहीं हूं। प्रेम लता न गद्दार है, न गद्दार थी और न ही गद्दार होगी। किसी ने अगर मां का दूध पीया है तो आजतक यह कह दे की प्रेम लता मेरे से यह चीज लेकर गई है । लोग 12 -12 घंटे काम करते हैं।
प्रेम लता चौबीस घंटे काम करती है। मैं हारी नहीं हूं, मैं आज जीती हुई हू। मेरी पार्टी ने ईमानदारी से मुझे से मुझे कैंडिडेट बनाया। मैं अरविंद केजरीवाल, सन्नी आहलुवालिया, गठबंधन के नेता व सांसद मनीष तिवारी, प्रधान एचएस चक्की समेत सारे नेताओं का धन्यवाद करती हू। जिन्होंने मेरा साथ दिया है, उनके लिए अगर मुझे जान भी गंवानी भी तो पीछे नहीं हटूंगी।
वोट किसने क्रॉस की । उसका पता लीडरशिप लगाएगी। मैं अपने एरिया सभी काम करती हूं। मैंने अब सब कुछ रव पर छोड़ दिया है। शेर मैदान में अकेले उतरते हैं। मुझे किसी के सहारे की जरूरत है। मैं अकेले चंडीगढ़ में घूमती हूं। न मैं करप्शन करती है ओर न करने में दूंगी। मैं सच का साथ दूंगी। दूसरी मेयर साहिब अगर मेरे साथ गलत हुआ ।
गलत तो आप के दो उम्मीदवारों के साथ भी हुआ। उनके हारने का मुझे दुख है। इनमें गद्दार कौन है। वह भी इन्हीं सब में से है।
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चंडीगढ़ नगर निगम में निर्विरोध हुआ एफएंडसीसी का चुनाव: AAP पार्षद ढींगरा ने नाम लिया वापस, पूनम बनी मेंबर, मीटिंग में हंगामा – Chandigarh News