[ad_1]
स्वस्थ्य रहना कौन नहीं चाहता है. हालांकि, वे शायद ही कभी अपने फेफड़ों के स्वास्थ्य की रक्षा और रखरखाव के बारे में ठीक से सोचते नहीं हैं.अब इसे बदलने का समय आ गया है. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, पुरानी निचली श्वसन संबंधी बीमारियां है. जिसमें क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) और वातस्फीति शामिल हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका में मृत्यु के छठे प्रमुख कारण के रूप में रैंक करती हैं.
फेफड़ों के कैंसर को छोड़कर इन स्थितियों ने साल 2021 में 142,342 मौतें हुई. इस बीच, फेफड़ों का कैंसर, अमेरिका में कैंसर से होने वाली मौतों का नंबर एक कारण है जिसके कारण 2019 में 139,601 मौतें हुईं. सच्चाई यह है कि आपके फेफड़े, आपके दिल, जोड़ों और शरीर के अन्य अंगों की तरह, समय के साथ बूढ़े हो जाते हैं वे कम लचीले हो सकते हैं और अपनी ताकत खो सकते हैं, जिससे सांस लेना मुश्किल हो सकता है. आप अपने फेफड़ों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रख सकते हैं और उन्हें अपने बुढ़ापे में भी बेहतर तरीके से काम करते रख सकते हैं.
रिसर्चर का कहना है कि लाइफस्टाइल, पर्यावरण और डाइट संबंधी समस्याओं के कारण भी फेफड़ों संबंधित कई तरह की बीमारी हो सकती है. रिसर्चर ने पाया कि कोरोना महामारी की वजह से सबसे बुरा असर शरीर के इसी ऑर्गन पर पड़ा है. इसलिए जरूरी है कि इसे हेल्दी रखने की कोशिश की जाए. डाइट मं ज्यादा से ज्यादा सब्जी और फल को शामिल करना चाहिए ताकि आपकी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित हो. फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए आपको सही डाइट की जरूरी पड़ेगी.
अमेरिकन लंग एसोसिएशन के विशेषज्ञों ने एक रिपोर्ट में कहा कि धूम्रपान की आदत फेफड़ों के लिए सबसे ज्यादा हानिकारक हो सकती है.धूम्रपान के कारण फेफड़ों के कैंसर और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) का खतरा सबसे ज्यादा देखा गया है.सिगरेट का धुआं वायुमार्ग को संकीर्ण कर देता है जिससे सांस लेना मुश्किल हो सकता है.समय के साथ सिगरेट का धुआं फेफड़ों के ऊतकों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है, जिससे कैंसर का खतरा भी हो सकता है.धूम्रपान से दूर रहकर ऐसी कई समस्याओं के खतरे को कम किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें : स्पेस में लगातार कम हो रहा है सुनीता विलियम्स का वजन, जानें अचानक वेट लॉस कितना खतरनाक
फेफड़ों की समस्याओं के लिए घर के अंदर और बाहर दोनों तरह के प्रदूषण से बचाव करना बहुत जरूरी माना जाता है.डॉक्टर घर के अंदर के प्रदूषण को फेफड़ों के लिए बेहद हानिकारक मानते हैं.घर के अंदर वायु प्रदूषण के लगातार संपर्क में रहने से फेफड़ों की कई गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है.जिसके बारे में सभी लोगों को सावधान रहना चाहिए.कमरों में वेंटिलेशन की उचित व्यवस्था रखें.
फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए संक्रमण से बचाव करना भी जरूरी माना जाता है.बार-बार इंजेक्शन या अन्य श्वसन क्रिया कभी-कभी बहुत गंभीर हो सकती है.ऐसी समस्या से बचने के लिए अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से बचाएं.ठंड और फ्लू के मौसम में बचाव के उपाय अपनाएं.नपुंसकता का भी ध्यान रखा गया, मुंह में मौजूद साक्षियों के कारण कुछ पदार्थों में फेफड़ों का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है.
विशेषज्ञ का कहना है कि हर उम्र के लोगों को अपनी परेशानी में व्यायाम को शामिल करना चाहिए.फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए नियमित रूप से श्वसन व्यायाम की आदत डालें, इससे नुकसान मजबूत होता है और कई तरह के स्वास्थ्य खतरों से भी बचा जा सकता है.शारीरिक रूप से सक्रिय रहने से आपके फेफड़े और शरीर के अन्य अंगों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिल सकती है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: Microwave Oven Day 2024 : क्या वाकई माइक्रोवेव बना सकता है बीमार, जानें
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
[ad_2]
घर पर अपने लंग्स को ऐस बना सकते हैं आप हेल्दी, जान लीजिए एक्सरसाइज