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घर की सीढ़ियां अब केवल एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर तक पहुंचने का साधन नहीं रहीं. आज की इंटीरियर दुनिया में, ये घर के सौंदर्य, व्यक्तित्व और रचनात्मकता को दर्शाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन चुकी हैं. आधुनिक घरों में सीढ़ियों का डिजाइन न केवल स्थान का सही इस्तेमाल करता है, बल्कि पूरे घर का केंद्र बिंदु भी बन जाता है. आइए देखते है लेटेस्ट डिजाइन…

घर की सीढ़ियां अब केवल एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर तक पहुंचने का साधन नहीं रहीं. आज की इंटीरियर दुनिया में, ये घर के सौंदर्य, व्यक्तित्व और रचनात्मकता को दर्शाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन चुकी हैं. आधुनिक घरों में सीढ़ियों का डिजाइन न केवल स्थान का सही इस्तेमाल करता है, बल्कि पूरे घर का केंद्र बिंदु भी बन जाता है.

फ्लोटिंग या कैंटिलीवर सीढ़ियां बेहद मॉडर्न और मिनिमल डिजाइन का हिस्सा हैं. इन सीढ़ियों में सपोर्ट स्ट्रक्चर छुपा होता है, जिससे ये हवा में तैरती हुई लगती हैं. इन्हें ओपन-प्लान घरों में अधिक पसंद किया जाता है. ये ग्लास रेलिंग या वायर केबल के साथ बहुत खूबसूरत दिखती हैं. इनमें लकड़ी, पत्थर या मैटल जैसे मिश्रित मैटीरियल्स का इस्तेमाल कर कंटेम्परेरी टच दिया जा सकता है.

सीढ़ियों के राइजर्स (जो सामने वाला हिस्सा होता है) को कलरफुल टाइल्स, म्यूरल्स या पेंटिंग्स से सजाया जा रहा है. मोरक्कन टाइल्स या कस्टम आर्टवर्क बहुत पॉपुलर हैं. यह तकनीक घर में लोकल आर्टिस्ट्री और कल्चर को दर्शाने का भी जरिया बनती है.

ये न केवल सुरक्षा के लिए होते हैं, बल्कि सीढ़ियों को कलर और टैक्सचर भी देते हैं. आजकल बोल्ड प्रिंट्स, पर्शियन रग्स और विंटेज पैटर्न से सजे रनर बहुत ट्रेंड में हैं. आप इनके रंग को दीवारों या फर्श के साथ मैच करके एक कोऑर्डिनेटेड लुक बना सकते हैं. पर्सनैलिटी दिखाने के लिए क्विर्की या एथनिक पैटर्न भी एक शानदार विकल्प हैं.

घर में स्पेस की अहमियत को ध्यान में रखते हुए अब सीढ़ियों के नीचे की जगह को खाली नहीं छोड़ा जाता. वहां बुक शेल्फ, इंडोर गार्डन, होम ऑफिस या स्टोरेज बनाया जा सकता है. छोटे घरों में इस जगह को माइक्रो-बैठक या पालतू जानवरों के कोने के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. क्रिएटिव लाइटिंग और प्लांट्स से यह स्पेस और भी आकर्षक बन जाता है.

अगर आप कुछ विशेष और कलात्मक चाहते हैं, तो घुमावदार सीढ़ियां आज के ट्रेंड में सबसे ऊपर हैं. ये न केवल भव्यता दर्शाती हैं, बल्कि एक मूर्तिकला जैसी घर का फोकल पॉइंट बन जाती हैं. इन्हें अक्सर बड़े एंट्रेंस हॉल या डुप्लैक्स अपार्टमेंट्स में इस्तेमाल किया जाता है. गोलाई लिए हुए स्टैप्स और वुडन फिनिश इसे क्लासिक लुक देते हैं.

अब सीढ़ियों के हर स्टेप के नीचे या रेलिंग में एल.ई.डी. लाइटिंग लगाई जाती है. यह रात के समय सुरक्षा बढ़ाती है और साथ ही मूड लाइटिंग का काम भी करती है. मोशन सैंसर लाइट्स खासतौर पर बुजुर्गों या बच्चों वाले घरों में उपयोगी होती हैं.

सीढ़ियां दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम दिशा में बनाना शुभ माना जाता है. हमेशा घड़ी की दिशा में चढ़नी चाहिए, स्टेप्स की संख्या विषम (odd) रखें—जैसे 11, 13, 15 आदि. सीढ़ियों के नीचे पूजा स्थान, पानी का स्त्रोत या रसोई नहीं होनी चाहिए.
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