{“_id”:”6763bb49edcd9aead008866c”,”slug”:”grape-4-implemented-pwd-is-making-tar-road-in-karnal-sugar-mill-administration-itself-is-responsible-for-spr-2024-12-19″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”ग्रैप-4 लागू: करनाल के शुगर मिल में PWD बना रहा तारकोल की सड़क, प्रदूषण फैलाने का जिम्मेदार खुद प्रशासन”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
करनाल शुगर मिल – फोटो : संवाद
विस्तार
पराली जलाकर प्रदूषण फैलाने में किसान तो बदनाम है ही, पर इन पर कार्रवाई करने वाला प्रशासन भी लोगों की सांसें उखाड़ने का अब जिम्मेदार दिखाई दे रहा है। क्योंकि ग्रैप-4 के नियम लागू होने के बाद भी शुगर मिल में तारकोल से सड़क निर्माण कार्य जारी है। बड़ी बात यह है कि निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी कर रहा है। इसमें हैरानी इस बात पर है कि काम करने और कराने वाले अधिकारियों को यह ही नहीं पता कि ग्रैप-4 लागू भी है या नहीं।
Trending Videos
वहीं, शुगर मिल प्रबंधन की ओर से काम को लेकर साफ तौर पर पल्ला झाड़ा जा रहा है। खुद को फंसता देख अधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। इधर, मिल में आने वाले व इसके आस-पास की कॉलोनियों के लोगों की तारकोल के जहरीले धुएं से सांस उखड़ रही हैं। प्रशासन की कार्रवाई झेलने वाले किसानों ने सवाल उठाए हैं कि क्या अब भी ग्रैप-4 लागू होने के बाद अधिकारी सैटेलाइट या अपने ग्राम स्तरीय टीम के माध्यम से जले फसल अवशेष ढूंढेंगे या शुगर मिल में स्पष्ट तौर पर ग्रैप-4 के नियमों की उड़ती धज्जियों पर कार्रवाई करेंगे।
विदित हो कि पिछली बार लागू हुए ग्रैप-4 के दौरान कई किसानों पर जुर्माना लगाने के बाद केस भी दर्ज किए गए थे। इसके अलावा ढाबों व खाद्य सामग्री रेहड़ी के तंदूर और निर्माण कार्य भी बंद किए गए थे। इन पर भी अवहेलना मिलने पर सख्त कार्रवाई की गई। वहीं 30 नवंबर तक 11 फैक्टरियों पर भी डीजल जनरेटर सेट चलाने पर कार्रवाई करते हुए करीब 50 लाख रुपये का जुर्माना ठोका गया।
[ad_2]
ग्रैप-4 लागू: करनाल के शुगर मिल में PWD बना रहा तारकोल की सड़क, प्रदूषण फैलाने का जिम्मेदार खुद प्रशासन