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पीयू के प्रेजिडेंट गौरववीर सोहल साथ में भाई हर्षवीर सोहल।
चंडीगढ़ में स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के गौरव वीर सोहल आज हरियाणा के CM नायब सैनी से मुलाकात के लिए बुलाया था, लेकिन किसी कारण वश प्रोग्राम रद्द कर दिया गया है।
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वहीं गौरव ने उन लोगो को कड़ा संदेश देते हुए कहा जो पीयू में लंबे समय से डमी प्रेसिडेंट बना देते थे और बाहर से खुद राजनीतिक रोटिया सेकी जा रही थी। लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा, वो पीयू को राजनीतिक अखाड़ा नहीं बनने देंगे। गौरव वीर सोहल के भाई का नाम हर्षवीर सोहल है, दोनों जुड़वां (Twins) है और कोई दोनों में से पहचान नहीं सकता कि दोनों में से गौरव कौन और हर्ष कौन है।
जाे वादे किए निभाएंगे
पंजाब यूनिवर्सिटी में एबीवीपी, जो बीजेपी का छात्र संगठन है, का खाता पहली बार प्रेसिडेंट की पोस्ट के लिए खुला है। इससे पहले जॉइंट सेक्रेटरी की पोस्ट पर जरूर कई बार एबीवीपी का खाता खुला, लेकिन प्रेसिडेंट की पोस्ट पर पहली बार एबीवीपी ने कब्जा किया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए गौरव वीर सोहल।
पहले पहुंचे आरएसएस कार्यालय
वीरवार को हरियाणा सीएम को प्रोग्राम कैंसिल होने के बाद गौरव वीर सोहल पहले चंडीगढ़ के सेक्टर 18 में स्थित आरएसएस के कार्यालय में पंहुचे और वहा पर आरएसएस के नेताओं से मिले और उनसे कई मुद्दों पर चर्चा भी हुई। उसके बाद गौरव सोहल ने चंडीगढ सेक्टर 27 में स्थित प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जहां गौरव वीर ने कहा वो पीयू में पढ़ने वाले स्टूडेंट के लिए पीयू में प्लेसमेंट को इसे लेकर पूरा जोर लगाएंगे और लड़कियों की सेफ्टी को लेकर भी कुछ कुछ दूरी पर एक सेफ्टी अलार्म लगे, इसे लेकर पीयू प्रशासन से बात की जाएगी
2021 में जुड़ा एबीवीपी से
गौरव वीर सोहल ने कहा कि वो साल 2021 में एबीवीपी से जुड़ा था, क्योंकि वो काफी समय ये एबीवीपी की विचारधारा से काफी प्रभावित थे और उसी के चलते उसने एबीवीपी ज्वाइन की। उसके बाद से ही वो ग्रांउड लेवल पर जाकर स्टूडेंट से मिले और उनकी समस्या सुनी। साथ ही छात्रों की समस्याओं को हल करने का प्रयास किया। इसी तरह से पूरी पीयू में उन्हें सभी उसके चेहरे से जानते है।
बाढ़ पीडितों की मदद कर रही टीम
सोहल ने बताया कि जिस तरह से पंजाब के कई गांवों में बाढ़ आई हुई है। ऐसे में लोगों की मदद करने के लिए एबीवीपी की और हर संभव मदद की जा रही है। उनकी टीम वहां पर जाकर लोगों को रात सामग्री भी दे रही है।

पंजाब चुनाव पर दिखेगा असर
पंजाब यूनिवर्सिटी के अंदर ज्यादातर पंजाब के स्टूडेंट पढ़ने के लिए आते हैं और जितने भी लीडर यहां से निकले हैं, उनमें पंजाब के भी काफी लीडर रहे हैं। शुरू से ही पंजाब इस पर अपना हक जताता आया है, वहीं हरियाणा भी अपना हक जताता रहा है। इसलिए पंजाब यूनिवर्सिटी दोनों राज्यों के लिए अहम मानी जाती है। अब इसका असर पंजाब में भी देखने को मिलेगा, जो 2027 के चुनावों में दिख सकता है।

एबीवीपी प्रेसिडेंट गौरव वीर सोहल।
कहीं रणनीतिकार हरियाणा CM तो नहीं
जिस तरह बुधवार को एबीवीपी ने PU प्रेसिडेंट की सीट पर जीत हासिल की और उसके अगले दिन ही हरियाणा CM नायब सैनी ने प्रेसिडेंट गौरव वीर सोहल को मुलाकात के लिए बुलाया था, उससे अंदेशा जताया जा रहा है कि कहीं पंजाब यूनिवर्सिटी में रणनीतिकार हरियाणा CM नायब सैनी तो नहीं हैं। क्योंकि लंबे समय से हरियाणा भी PU पर अपना हक जताता आ रहा है।

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गौरव वीर बोले-PU में डमी प्रेसिडेंट का दौर खत्म: बाहर से राजनीतिक रोटियां सेकी जा रही थी, हरियाणा CM से मिलने का प्रोग्राम कैंसिल – Chandigarh News