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इजराइल के तेल अवीव में होस्टेज स्क्वायर पर बंधकों की रिहाई के लिए 11 अक्टूबर को रैली आयोजित की गई।
गाजा सीजफायर समझौते के पहले चरण के तहत 48 बंधकों की रिहाई सोमवार सुबह से शुरू हो सकती है, जिनमें से 20 जीवित व्यक्ति और 28 शव सौंपे जाएंगे। इजराइली सेना ने शुक्रवार दोपहर तक गाजा से अपनी प्रारंभिक वापसी पूरी कर ली, जिसके बाद हमास को 72 घंटे का समय दिया गया है।
दूसरी ओर, हमास ने मिस्र में सोमवार को होने वाले गाजा पीस समिट के आधिकारिक हस्ताक्षर समारोह (दूसरा चरण) में शामिल होने से इनकार कर दिया है। संगठन के वरिष्ठ नेता होस्साम बडरान ने कहा कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की योजना के कुछ हिस्सों से असहमत हैं।
बडरान ने कहा, ‘फिलिस्तीनियों को (हमास का सदस्य हो या नहीं) उनकी जमीन से निकालने की बात बेतुकी है।’ उन्होंने समझौते के दूसरे चरण की बातचीत को जटिल और कठिन बताया। हमास के एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि संगठन का निरस्त्रीकरण (हथियार छोड़ना) बिल्कुल असंभव है, भले ही वे गाजा की सत्ता छोड़ दें।

इजराइल के होस्टेज स्क्वायर पर बंधक बनाए गए लोगों के पोस्टर लगाए गए।
इजराइल लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। टाईम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति इस अदला-बदली की देखरेख करेगी। रिपोर्ट में कहा गया कि अगर हालात अनुकूल रहे तो रिहाई रविवार रात से भी शुरू हो सकती है।
अमेरिकी दूत बोले- गाजा में कुछ शवों का मिलना मुश्किल
वही, अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने शनिवार को बंधक परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि कुछ शवों का पता लगाना बहुत मुश्किल हो सकता है। इस बात से परिवारों में गहरी चिंता है।
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल को पहले से पता था कि 7 से 15 बंधकों के शव शायद नहीं मिल सकेंगे, हालांकि अधिकारियों ने इसकी सार्वजनिक पुष्टि नहीं की है।

अमेरिकी मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ (दाएं) आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ के साथ, 11 अक्टूबर को गाजा में एक इजराइली सैन्य अड्डे पर पहुंचे।
फिलिस्तीनी अथॉरिटी के उप प्रमुख पूर्व ब्रिटिश पीएम से मिलेंगे
दूसरी ओर, फिलिस्तीनी अथॉरिटी के उप प्रमुख हुसैन अल-शेख ने कहा कि वह गाजा के भविष्य पर चर्चा के लिए रविवार को जॉर्डन में पूर्व ब्रिटिश पीएम टोनी ब्लेयर से मिलेंगे।
व्हाइट हाउस के प्लान के अनुसार, ब्लेयर गाजा में एक अंतरराष्ट्रीय निकाय की अगुवाई करेंगे, जो युद्ध के बाद वहां प्रशासन संभालेगा।
सोमवार को इजराइल पहुंचेंगे ट्रम्प, बंधकों से मिलेंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सोमवार सुबह इजराइल पहुंचेंगे और वहां की संसद (नेसेट) को संबोधित करेंगे। उनकी यह यात्रा गाजा में हमास के बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों की रिहाई के समय हो सकती है।
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक ट्रम्प नेसेट में भाषण देंगे और रिहा हुए बंधकों से मिलेंगे। अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को इजराइली और अमेरिकी टीमों के बीच फोन पर बातचीत हुई थी।
इजरायली अधिकारियों के अनुसार, ट्रम्प सुबह 9:20 बजे बेन गुरियन हवाई अड्डे पर उतरेंगे और दोपहर 1:00 बजे वापस रवाना होंगे। हवाई अड्डे पर स्वागत के बाद, वह नेसेट जाएंगे और सुबह 11:00 बजे संसद को संबोधित करेंगे। इससे पहले, वह प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे।
पहले ट्रम्प रविवार को आने वाले थे, लेकिन यात्रा को एक दिन टाल दिया गया। वह सोमवार को मिस्र के शर्म एल-शेख में आयोजित पीस समिट में भी हिस्सा लेंगे।
ट्रम्प के सीजफायर प्लान के 20 पॉइंट
- तुरंत युद्ध रोकना- इजराइल और हमास के बीच सहमति बनी तो गाजा में युद्ध तुरंत खत्म होगा।
- इजराइल पीछे हटेगा- सहमति से इजराइल अपनी सेनाओं को धीरे-धीरे गाजा से निकाल लेगा।
- बंधकों को छोड़ना- हमास 72 घंटे में सभी इजराइली बंधकों को रिहा करेगा, जिनमें जिंदा और मृत दोनों होंगे।
- कैदियों की रिहाई- युद्ध खत्म होने पर इजराइल, गाजा के उम्रकैद की सजा काट रहे 250 लोगों और अन्य 1700 कैदियों को छोड़ देगा।
- शवों का आदान-प्रदान – हर मृत इजराइली कैदी के बदले 15 मृत फिलिस्तीनी कैदियों के शव लौटाए जाएंगे।
- गाजा को आतंक मुक्त बनाना- गाजा से हमास के सारे ठिकाने और हथियार हटाए जाएंगे।
- हमास सरकार में शामिल नहीं होगा- हमास और अन्य लड़ाके गाजा की सरकार में हिस्सा नहीं लेंगे।
- अंतरिम प्रशासन समिति बनेगी- गाजा के लिए एक अस्थायी तकनीकी समिति बनाई जाएगी, जिसमें योग्य लोग होंगे।
- शांति बोर्ड बनेगा- इस बोर्ड की अध्यक्षता अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प करेंगे, इसमें टोनी ब्लेयर और अन्य देशों के नेता शामिल होंगे।
- पुनर्निर्माण योजना बनेगी- बोर्ड गाजा के विकास और सुधार की योजना बनाएगा और उसका खर्च उठाएगा।
- मानव सहायता दी जाएगी – गाजा को तुरंत पर्याप्त मदद दी जाएगी।
- विशेष व्यापार क्षेत्र बनेगा- गाजा में खास व्यापारिक क्षेत्र बनाए जाएंगे, जिससे रोजगार बढ़ेगा।
- रहने की आजादी मिलेगी- किसी को गाजा छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा; जो चाहे जा सकता है और लौट सकता है।
- सुरक्षा के लिए फोर्सेस होंगी- एक अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल गाजा में सुरक्षा बनाए रखेगा।
- पुलिस की ट्रेनिंग होगी- सुरक्षा बल गाजा पुलिस को ट्रेनिंग देंगे और मदद करेंगे।
- सीमा सुरक्षा मजबूत होगी- इजराइल और मिस्र की सीमाओं पर सुरक्षा मजबूत होगी।
- लड़ाई बंद होगी- युद्ध खत्म होने तक हवाई हमले और गोलाबारी रोकी जाएगी।
- मानवाधिकार सुनिश्चित करेंगे- अंतरराष्ट्रीय संगठन गाजा में मदद और सुरक्षा की निगरानी करेंगे।
- शांति बातचीत शुरू होगी- इजराइल और फिलिस्तीन के बीच शांति के लिए बातचीत शुरू होगी।
- भविष्य की योजना बनेगी– इस योजना का मकसद गाजा में स्थायी शांति, विकास और बेहतर जीवन लाना है।
पहले चरण में सीजफायर और सेना वापसी पर फैसला हुआ था
- युद्धविराम शुरू: 10 अक्टूबर दोपहर 12 बजे (स्थानीय समय) प्रभावी। इजराइली सेना ने 24 घंटे में 53% इलाके से प्रारंभिक वापसी पूरी की।
- बंधकों की रिहाई: हमास को 72 घंटे (10-13 अक्टूबर) में सभी 48 बंधक सौंपने हैं। जीवित 20 को पहले, फिर शव। एक जगह या कई लोकेशन्स पर, रेड क्रॉस समन्वय करेगा। कोई सार्वजनिक समारोह या मीडिया कवरेज नहीं होगी।
- फिलिस्तीनी कैदी: इजराइल 250 लाइफ सेंटेंस वाले (आतंकी हमलों के दोषी) और 1,700 युद्ध के दौरान गिरफ्तार गाजावासियों को रिहा करेगा। इजराइल ने 250 की सूची जारी की।
- मानवीय सहायता: 1,70,000 मीट्रिक टन भोजन, दवा आदि तैयार। सैकड़ों ट्रक प्रतिदिन प्रवेश करेंगे। यूएन ने भुखमरी कम करने का वादा किया। 7,00,000 बच्चों के लिए स्कूल खुलेंगे।
- शवों की समस्या: हमास ने कहा कि 7-15 शव ढूंढना मुश्किल। इजराइल एक बहुराष्ट्रीय टास्क फोर्स बनाएगा।

हमास हथियार छोड़ने को राजी नहीं
हमास ने कहा कि गाजा का प्रशासन किसी फिलिस्तीनी समूह को सौंपने को तैयार है। इसका गठन फिलिस्तीन लोगों की सहमति और अरब-इस्लामिक देशों के समर्थन से किया जाएगा।
हमास ने साफ किया है कि वह फिलिस्तीनी लोगों के भविष्य पर होने वाली चर्चा में शामिल होना चाहता है। संगठन ने कहा कि जनता के अधिकारों से जुड़े मुद्दे पर बहस हो।
हमास के पोलित ब्यूरो मेंबर मूसा अबू मरजुक ने अल जजीरा से कहा कि जब तक गाजा पर इजराइली कब्जा खत्म नहीं हो जाता, वह हथियार नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि हथियार के मुद्दे पर एक बार फिर से बातचीत होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘हम अपने हथियार भविष्य के फिलिस्तीनी राज्य को सौंप देंगे और जो भी गाजा पर शासन करेगा, उसके हाथ में हमारे हथियार होंगे।’

प्रमुख हमास लीडर मूसा अबू मरजूक (बीच में)।

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गाजा से बंधकों की रिहाई कल से: 20 जीवित, 28 शव सौंपेंगे; हमास नेता बोले- ट्रम्प की योजना के कुछ हिस्सों से असहमत