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गाजा में रविवार को हमास और स्थानीय डोगमूश समुदाय के बीच झड़प हुई।
गाजा सिटी में रविवार को हमास और डोगमूश कबीले के बीच हुई झड़प में 64 लोग मारे गए हैं। इनमें 52 डोगमूश और 12 हमास लड़ाके शामिल हैं। हमास के टेलीविजन चैनल के मुताबिक हमास के सीनियर अधिकारी बासेम नैम का बेटा भी झड़प में मारा गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हिंसा उस समय भड़की जब हमास के लड़ाकों ने सब्रा इलाके में कबीले के ठिकानों पर हमला किया। डोगमूश कबीले ने आरोप लगाया कि हमास ने सीजफायर का फायदा उठाकर उन्हें निशाना बनाया।
हमास ने चेतावनी दी है कि जो मिलिशिया मेंबर और अपराधी खूनखराबे में शामिल नहीं हैं, वे अगले रविवार तक आत्मसमर्पण कर सकते हैं, अन्यथा उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।

स्थानीय लोगों ने बताया कि गोलीबारी से लोग डरकर भाग रहे थे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बीबीसी को बताया, “इस बार लोग इजराइली हमलों से नहीं, बल्कि अपने ही लोगों से भाग रहे थे।”
फिलिस्तीनी पत्रकार की गोली मारकर हत्या
गाजा सिटी में हमास और डोगमूश कबीले के बीच हुई झड़प के दौरान एक फिलिस्तीनी पत्रकार सालेह अलजफरावी (28) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अलजफरावी संघर्ष की कवरेज कर रहे थे। गोली लगने के बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उनका शव (प्रेस लिखी जैकेट पहने) एक ट्रक के पीछे पड़ा मिला।
हमास के गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि झड़प में शामिल डोगमूश गुट इजराइल से जुड़ा सशस्त्र संगठन है। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है। मंत्रालय ने आरोप लगाया कि इस गिरोह ने उन लोगों पर भी हमला किया जो दक्षिण गाजा से लौट रहे थे।
अक्टूबर 2023 में युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 270 से ज्यादा पत्रकार गाजा में मारे जा चुके हैं।

अलजफरावी अपने युद्ध कवरेज के वीडियो और रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कुछ समय पहले बताया था कि उन्हें इजराइल की ओर से धमकियां मिल रही थीं और वे लगातार डर में जी रहे थे।
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गाजा में हमास और डोगमूश कबीले के लड़ाकों में झड़प: 64 की मौत, फिलिस्तीनी पत्रकार की गोली मारकर हत्या

