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गाजा में मिलिशिया ग्रुप एक्टिव कर रहा इजराइल: हमास लड़ाकों की खुलेआम हत्या कर रहें, गैंग गाजा की सत्ता में हिस्सा चाहता Today World News

गाजा में मिलिशिया ग्रुप एक्टिव कर रहा इजराइल:  हमास लड़ाकों की खुलेआम हत्या कर रहें, गैंग गाजा की सत्ता में हिस्सा चाहता Today World News

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गाजा4 मिनट पहले

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गाजा में मिलिशिया ग्रुप स्ट्राइक फोर्स के नेता हुसाम अल-अस्तल अपनी बंदूक से फायरिंग करते हुए।

गाजा में के बावजूद अंदरूनी संघर्ष जारी है। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में 5 इजराइल समर्थित मिलिशिया ग्रुप एक्टिव हो गए हैं। यह समुह गाजा के अलग-अलगा इलाकों में हमास के सदस्यों को टारगेट करके हत्याएं कर रहा है।

इजराइल के कब्जे वाले पूर्वी गाजा में कम से कम पांच गुट काम कर रहे हैं। यह हमास को सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे यह अपना शासन बना सके। इजराइल इन्हें खुला समर्थन देता है।

इस महीने की शुरुआत में पॉपुलर फोर्सेस के नेता यासर अबू शबाब की हत्या हो गई थी। इजराइल ने इस गुट को सबसे ज्यादा समर्थन दिया था। हमास ने उनकी मौत पर खुशी मनाई, मिठाइयां बांटीं। हमास ने उन्हें गद्दार कहा।

अबू शबाब की मौत के बाद उनकी मिलिशिया कमजोर हुई। कई लड़ाके सरेंडर कर चुके हैं। इजराइल ने पहले कहा था कि अबू शबाब का गुट रफाह में पुनर्निर्माण की सुरक्षा करेगा। नेतन्याहू ने जून 2025 में माना था किया कि वे इन समूहों को सक्रिय कर रहे हैं।

मिलिशिया ग्रुप पॉपुलर फोर्सेस के नेता यासर अबू शबाब की 4 दिसंबर को हत्या कर दी गई थी।

मिलिशिया ग्रुप पॉपुलर फोर्सेस के नेता यासर अबू शबाब की 4 दिसंबर को हत्या कर दी गई थी।

हमास के लड़ाकों ने यासर अबू शबाब की मौत के बाद मिठाइयां बांटीं थी।

हमास के लड़ाकों ने यासर अबू शबाब की मौत के बाद मिठाइयां बांटीं थी।

दावा- हमास के इमाम का मिलिशिया ने कत्ल किया था

नवंबर की शुरुआत में दक्षिणी गाजा में दोपहर की नमाज के बाद मस्जिद से बाहर निकलते समय इमाम शेख मोहम्मद अबू मुस्तफा की मोटरसाइकिल सवार हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी।

एक इस्लामिस्ट उग्रवादी समूह ने दावा किया कि यह हत्या एक मिलिशिया समुह ने की है। हमास से जुड़े एक अन्य समूह ने बाद में कहा कि मारा गया इमाम जिहादी था, जिसने गाजा युद्ध के दौरान इजराइली बंधकों को छिपाने में मदद की थी।

इस हत्या को हुसाम अल-अस्तल के नेतृत्व वाली इजराइल समर्थित मिलिशिया से जोड़ा गया।

मिलिशिया हेड बोला- हमास को हराने की कसम खाई है

CNN से फोन पर बातचीत में मिलिशिया हेड अल-अस्तल ने अपने समूह की भूमिका से इनकार किया। उन्होंने कहा कि वो इमाम हमास का सदस्य था, और वह किसी भी हमास सदस्य की मौत का वे स्वागत करते हैं।

अस्तल का संगठन खुद को काउंटर-टेररिज्म स्ट्राइक फोर्स कहता है और खान यूनिस के इजराइल कब्जे वाले हिस्से में एक गांव पर नियंत्रण का दावा करता है।

यह गुट भी इजराइल समर्थित है। अल-अस्तल ने हमास को हराने की कसम खाई है। अन्य गुट जैसे पॉपुलर आर्मी और पॉपुलर डिफेंस आर्मी अलग-अलग इलाकों में हैं। ये समुह छोटे हैं इनके पास जन समर्थन कम है। फिर भी हमास पर हमले कर रहे हैं।

यासर अबू शबाब (दाएं) गाजा में उनके समूह के सदस्य समूह के साथ।

यासर अबू शबाब (दाएं) गाजा में उनके समूह के सदस्य समूह के साथ।

पश्चिमी गाजा में नियंत्रण मजबूत कर रहा हमास

दो साल के युद्ध के बाद गाजा दो हिस्सों में बंट गया है। पश्चिमी गाजा से इजराइली सेना हट चुकी है। पश्चिमी हिस्से में हमास फिर से नियंत्रण मजबूत कर रहा है।

इजराइल ने वहां से सेना हटा ली है। यहां गाजा की ज्यादातर आबादी रहती है। हमास यहां प्रमुख ताकत है। पूर्वी हिस्से में इजराइल का कब्जा है। इसे येलो लाइन कहा जाता है। यहां नागरिक कम हैं। छोटे सशस्त्र समूह सक्रिय हैं। वे अपना प्रभाव बढ़ा रहे हैं।

गाजा में अस्थिरता बढ़ा रहे मिलिशिया ग्रुप

इजराइल की निगरानी में कम से कम पांच गुट काम कर रहे हैं। पहले ये अवसरवादी गिरोह थे। अब ये एक नेटवर्क बन गए हैं। यह हमास के हटने पर सत्ता में हिस्सा चाहते हैं। अल-अस्तल ने कहा कि सभी ग्रुप्स में बातचीत है। सबका एक ही लक्ष्य है, हमास को हराना।

इन मिलिशिया ग्रुप के पास हथियार मौजूद हैं। उनके पास कुछ दर्जन लड़ाके और गाड़ियां हैं। यह अलग-अलग ठिकानों से काम करते हैं और सोशल मीडिया पर प्रोपगैंडा वीडियो पोस्ट करते हैं।

इनमें काले यूनिफॉर्म पहने नकाबपोश लोग राइफलें थामे हमास से गाजा को मुक्त करने के नारे लगाते दिखते हैं। हालांकि ये समूह छोटे हैं, इनके पास जन समर्थन की कमी है, फिर भी वे गाजा में अस्थिरता बढ़ा रहे हैं।

युद्धविराम के बाद हमास जिन इलाकों में सत्ता मजबूत कर रहा है, वहां ये मिलिशिया छापेमारी हमले कर उसे चुनौती दे रहे हैं।

मिलिशिया ग्रुप पॉपुलर डिफेंस आर्मी के नेता रामी हलास एक बयान पढ़ते हुए।

मिलिशिया ग्रुप पॉपुलर डिफेंस आर्मी के नेता रामी हलास एक बयान पढ़ते हुए।

हमास ने 8 मिलिशिया मेंबर को गोली मारी थी

हमास ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। हमास मिलिशिया को पूरी तरह खत्म करना चाहता है। इससे गाजा में गृहयुद्ध का डर बढ़ गया है।

अक्टूबर में एक वायरल वीडियो सामने आया था, जिसमें हमास के नकाबपोश लड़ाकों ने 8 मिलिशिया मेंबर को सड़क पर गोली मार दी थी। हमास ने इन लोगों को इजराइल का जासूस बताया।

वीडियो में 8 लोगों को आंखों पर पट्टी बांधकर बैठाया गया और हमास के लड़ाकों ने उन्हें गोली मार दी। इस दौरान कुछ लोग अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाते नजर आए।

हमास के लड़ाकों ने अक्टूबर में 8 मिलिशिया मेंबर को सड़क पर खुलेआम गोली मार दी।

हमास के लड़ाकों ने अक्टूबर में 8 मिलिशिया मेंबर को सड़क पर खुलेआम गोली मार दी।

मिलिशिया ग्रुप को रफाह की सुरक्षा का जिम्मा देगा इजराइल

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दामाद जेरेड कुशनर ने अक्टूबर में कहा था कि हमास-मुक्त इलाकों में गाजा पुनर्निर्माण प्रोजेक्ट शुरू हो सकती है, खासकर रफाह में। रफाह वो क्षेत्र है जहां यासर अबू शबाब की मिलिशिया एक्टिव थी।

ये मिलिशिया समूह खुद को गाजा के भविष्य का हिस्सा बताते हैं। इनके नेता कहते हैं कि उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी और वे स्थानीय स्तर पर शासन करने की क्षमता रखते हैं। एक मिलिशिया नेता हुसाम अल-अस्तल ने कहा, “हम निश्चित रूप से ‘डे आफ्टर’ प्लान में होंगे।”

इजराइली सूत्रों ने बताया कि अबू शबाब की मौत के बावजूद इजराइल इन मिलिशिया का समर्थन जारी रखेगा। अबू शबाब की मिलिशिया को रफाह में पुनर्निर्माण स्थल की सुरक्षा का जिम्मा मिलने वाला था।

मिलिशिया को क्या समर्थन देता है इजराइल

इजराइल गाजा के अंदर हमास विरोधी छोटे सशस्त्र समूहों (मिलिशिया) को समर्थन देता है। ये समूह मुख्य रूप से पूर्वी गाजा में सक्रिय हैं। इजराइल कब्जे वाले इलाके में येलो लाइन के अंदर काम करते हैं।

  • हथियार और गोला-बारूद- इजराइल ने इन समूहों को हल्के हथियार दिए हैं। जैसे क्लाशिनकोव राइफलें। कुछ हमास से छीने हुए हथियार भी दिए गए।
  • सुरक्षा- इजराइली सेना इन मिलिशिया के साथ समन्वय करती है। हमास पर हमलों में मदद करती है। जैसे हवाई हमले में टारगेट बताना।
  • लॉजिस्टिक्स मदद- पानी, बिजली और अन्य सुविधाएं मुहैया कराती है। इनके ठिकानों को सुरक्षा देती है।
  • मानवीय सहायता की सुरक्षा- कुछ मिलिशिया सहायता ट्रकों की सुरक्षा करती हैं। इजराइल इसका समर्थन करता है।

इजराइल क्यों समर्थन देता है

इजराइल का मुख्य लक्ष्य हमास को कमजोर करना और गाजा से उसकी सत्ता खत्म करना है। हमास इजराइल का बड़ा दुश्मन है। ये मिलिशिया हमास पर हमले करते हैं।

युद्धविराम के बाद इजराइल येलो लाइन के पूर्वी हिस्से पर कब्जा रखना चाहता है। ये मिलिशिया वहां स्थानीय शासन जैसे काम करते हैं। इससे इजराइल को इनडायरेक्ट कंट्रोल मिलता है।

इजराइली अधिकारियों के मुताबिक यह कदम सुरक्षा के लिए जरूरी है। नेतन्याहू ने पहले कहा था कि “इससे इजरायली सैनिकों की जान बचती है।

इजराइल ने गाजा का नया नक्शा बनाया, 50% जमीन पर कब्जा

इजराइल ने गाजा की 50% से ज्यादा जमीन पर कब्जा करके उसे अपना इलाका घोषित कर दिया है। इजराइली सेना प्रमुख ऐयाल जमीर ने गाजा सीजफायर प्लान में जिस ‘यलो लाइन’ का जिक्र है, उसे नई बॉर्डर बताया है। यह लाइन अब इजराइल की ‘सुरक्षा सीमा’ की तरह काम करेगी।

जमीर ने कहा कि इजराइल अपनी मौजूदा सैन्य पोजिशन नहीं छोड़ेगा। इन पोजिशन्स की वजह से इजराइल गाजा के आधे से ज्यादा हिस्से को कंट्रोल कर रहा है। इसमें गाजा की ज्यादातर खेती की जाने वाली जमीन है। इसके अलावा इसी हिस्से में मिस्र से लगने वाला बॉर्डर क्रॉसिंग (राफा) भी शामिल है।

इजराइली सरकार ने आर्मी चीफ जमीर के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की। एक अधिकारी ने इतना कहा कि इजराइली सेना ‘सीजफायर की शर्तों के अनुसार’ तैनात है और आरोप लगाया कि हमास ही सीजफायर तोड़ रहा है।

जंग के 2 साल बीते, खंडहर हुआ गाजा

हमास के हमले से शुरू हुए गाजा युद्ध के दो साल से ज्यादा हो गए हैं। 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल में घुसपैठ की और करीब 251 लोगों को बंधक बना लिया।

जवाब में इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तुरंत जंग का ऐलान किया और हमास पर हमले शुरू कर दिए।

अब तक 67 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, इनमें 18,430 बच्चे (लगभग 31%) शामिल हैं। गाजा में करीब 39,384 बच्चे सूचि बद्ध हैं जिनके माता या पिता में से कोई एक मारा गया है।

वहीं, 17,000 फिलिस्तीनी बच्चे माता-पिता दोनों खो चुके हैं। राहत एजेंसियां कहती हैं- यह अब शहर नहीं, जिंदा बचे लोगों का कैंप मात्र है।

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