[ad_1]
Last Updated:
Haryana OTT News: संजय संजू सैनी ने हरियाणा के छोटे गांव से निकलकर ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपनी वेब सीरीज ‘अखाड़ा’ से सफलता पाई. उनकी कहानी संघर्ष और मेहनत की प्रेरणा है.
संजू सैनी, जो पहले बहुचर्चित फिल्म रॉकी मेंटल से चर्चा में आए थे.
हाइलाइट्स
- संजय संजू सैनी ने ‘अखाड़ा’ वेब सीरीज से सफलता पाई.
- ‘अखाड़ा फिर से’ 25 फरवरी से ओटीटी प्लेटफार्म पर स्ट्रीमिंग हो रही है.
- वेब सीरीज समाज की सच्चाइयों और संघर्षों को दर्शाती है.
विजेंद्र कुमार
जींद. सपनों की उड़ान तब हकीकत बनती है जब मेहनत की मिट्टी उसमें ईंधन का काम करती है. हरियाणा के जींद जिले के छोटे से गांव बिरौली में जन्मे संजय संजू सैनी ने अपनी मेहनत से फिल्म इंडस्ट्री में अलग पहचान बनाई है. गांव की संकरी गलियों से निकलकर ओटीटी प्लेटफॉर्म तक का सफर आसान नहीं था, लेकिन संजू सैनी ने हर चुनौती को पार किया और अपने हुनर से अपनी एक नई दुनिया रची. आज उनकी कहानी सिर्फ सफलता की नहीं, बल्कि उन तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सपनों को सच करने की हिम्मत रखते हैं.
संजू सैनी, जो पहले बहुचर्चित फिल्म रॉकी मेंटल से चर्चा में आए थे, अब ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपनी दमदार लेखनी से लोगों के दिलों पर छा गए हैं. उनकी वेब सीरीज ‘अखाड़ा’ ने दो साल पहले जबरदस्त सफलता हासिल की थी, और अब इसका दूसरा सीजन ‘अखाड़ा फिर से’ हरियाणा की मिट्टी की खुशबू को और भी गहराई से दर्शकों तक पहुंचा रहा है. ‘अखाड़ा फिर से’ ओटीटी प्लेटफार्म पर 25 फरवरी से स्ट्रीमिंग हो रही है, जिसे हरियाणा और आस-पास के क्षेत्रों से खूब प्यार मिल रहा है.
‘अखाड़ा फिर से’ – समाज का आईना
यह वेब सीरीज सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि समाज की उन कड़वी सच्चाइयों का आईना है, जिन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है. इसमें गांव की गरीबी, राजनीति की मार, युवाओं में बढ़ती नशे की लत और अपराध की ओर बढ़ते कदमों को बड़ी सच्चाई और गहराई से दर्शाया गया है.
इसके अलावा, यह वेब सीरीज महिलाओं के संघर्ष को भी बड़े संवेदनशील ढंग से प्रस्तुत करती है – कैसे एक लड़की बचपन से ही समाज की बंदिशों में जकड़ी रहती है और जीवनभर कई मुश्किलों का सामना करती है. लीड रोल में मेघा शर्मा और सुमन सेन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
कलाकारों की दमदार परफॉर्मेंस
इस सीरीज को और खास बनाते हैं इसके शानदार कलाकार. लीड रोल में संदीप गोयत (जो हरियाणा के महम कस्बे से हैं) ‘कर्ण’ की भूमिका में जान फूंक रहे हैं. पहले सीजन में उन्होंने पहलवानी के जुनून, गरीबी की जंग और खेल में राजनीति के कारण अपराध की दुनिया में धकेले जाने के संघर्ष को बखूबी निभाया था, और इस बार भी उनकी परफॉर्मेंस दमदार है. वहीं, रमेश मूर्ति भनवाला, जिन्होंने पिता की भूमिका निभाई है, ने हर बार की तरह इस बार भी अपनी गहरी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीत लिया है.
संघर्ष से सफलता तक – प्रेरणा का सफर
‘अखाड़ा’ सिर्फ एक वेब सीरीज नहीं, बल्कि उन तमाम युवाओं की कहानी है जो हालातों से हार नहीं मानते, बल्कि अपनी किस्मत खुद लिखने का साहस रखते हैं. यह वेब सीरीज परिवार के साथ बैठकर देखी जा सकती है क्योंकि इसमें सच्चाई, संवेदनशीलता और समाज की असल तस्वीर को बेहद खूबसूरती से पेश किया गया है. हरियाणा में यह सीरीज इस कदर चर्चा में है कि हर कोई कह रहा है संघर्ष की राह से सफलता की ऊंचाइयों तक का यह सफर लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है. संजय संजू सैनी ने अपनी लेखनी से न सिर्फ हरियाणा की कहानियों को एक नया मंच दिया है, बल्कि यह साबित किया है कि अगर मेहनत और सच्चाई से कोई भी काम किया जाए, तो गांव से निकलकर ग्लैमर की दुनिया में पहचान बनाना भी मुमकिन है. सपने सिर्फ देखे नहीं जाते, उन्हें जीया जाता है – और संजू सैनी की कहानी इसी का प्रमाण है.
Jind,Jind,Haryana
February 26, 2025, 13:10 IST
[ad_2]


