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<p style="text-align: justify;">आज की रफ्तार भरी जिंदगी में हम अपने ब्लड के प्रेशर का ख्याल करना भूल जाते हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर और हाइपरटेंशन के रूप में सामने आता है. ह्यूमन बॉडी में ये प्रॉब्लम अब सामान्य होती जा रही है, लेकिन इस ‘साइलेंट किलर’ को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है. ये कब आपके दिल से लेकर आंखों तक को नुकसान पहुंचा देगा, पता भी नहीं चलेगा. जब तक जानकारी होती है काफी देर हो जाती है. ऐसे में हाई बीपी को लेकर उन मिथक से पर्दा हटाना आवश्यक है, जिसके बहकावे में आकर लोग इसे प्रॉब्लम को अनदेखा कर देते हैं और बाद में सीरियस डिजीज के शिकार हो जाते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>1. अगर लक्षण नहीं तो हाई ब्लड प्रेशर नहीं</strong></p>
<p style="text-align: justify;">हाई ब्लड प्रेशर एक साइलेंट डिजीज है. कई केसेज में कोई स्पष्ट लक्षण नजर नहीं आता. फिर भी यह शरीर को अंदर ही अंदर नुकसान पहुंचा रहा होता है. इससे बचाव के लिए जरूरी है कि रेग्युलर चेकअप करते रहें.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>2. सिर्फ बुज़ुर्गों को होती है दिक्कत</strong></p>
<p style="text-align: justify;">हाइपरटेंशन युवाओं को भी प्रभावित कर रहा है. खराब खानपान, स्ट्रेस, सुस्त लाइफस्टाइल के चलते युवाओं में तेजी से हाइपरटेंशन के केस बढ़ रहे हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>3. स्ट्रोक तक आ सकता है</strong></p>
<p style="text-align: justify;">हाइपरटेंशन अक्सर असिंप्टोमेटिक होता है. यानी इसके लक्षण नजर नहीं आते. इसके चलते अनकंट्रोल्ड हाई ब्लड प्रेशर गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम जैसे हार्ट डिजीज ओर स्ट्रोक की वजह बन सकता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>4. कोई प्रॉब्लम नहीं तो हाई बीपी खतरनाक नहीं</strong></p>
<p style="text-align: justify;">ऐसा नहीं है. अंकट्रोल्ड हाइपरटेंशन आर्टरीज डैमेज करने के साथ हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ा सकता है. किडनी डिजीज और आंखों से देखने में भी परेशानी हो सकती है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>5. नमक छोड़ने से हाई ब्लड प्रेशर से बचाव</strong></p>
<p style="text-align: justify;">नमक में सोडियम पाया जाता है. सोडियम कम करने से मदद तो मिलती है, लेकिन स्ट्रेस, वजन, जेनेटिक कारण का भी हाई ब्लड प्रेशर में अहम रोल होता है. बैलेंस्ट डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल से हाई बीपी से बचाव किया जा सकता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>6. दवा लेने पर चेक न करें बीपी?</strong></p>
<p style="text-align: justify;">ऐसा बिल्कुल भी न करें. मेडिसिन हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में हेल्प करती है. वहीं, रेग्यूलर माॅनिटरिंग और लाइफस्टाइल में बदलाव लाकर लंबे समय तक हाई बीपी को कंट्रोल करने के साथ किसी भी तरह के हेल्थ कॉम्पलिकेशंस से बचा जा सकता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>7. कैफीन से हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है</strong></p>
<p style="text-align: justify;">कैफीन टेंपेरेरी रूप से हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है, लेकिन यह अधिकांश लोगों में क्रोनिक हाई ब्लड प्रेशर का कारण नहीं बनता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>8. हाई ब्लड प्रेशर जेनेटिक, इससे बचा नहीं जा सकता</strong></p>
<p style="text-align: justify;">हाई ब्लड प्रेशर के लिए जेनेटिक रीजन अहम भूमिका निभाता है, लेकिन हेल्दी डाइट, एक्सरसाइज, स्ट्रेस मैनेजमेंट जैसे लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव लाकर हाई बीपी के रिस्क को कम करने के साथ इसे नॉर्मल रखा जा सकता है.</p>
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<p><strong>Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.</strong></p>
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गलतफहमी न पालें… आंखों से लेकर दिल की धड़कन तक रोक सकता है ‘साइलेंट किलर’
