खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ाने के विरोध में ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने किया प्रदर्शन


All India Kisan Khet Mazdoor Sangathan demonstrated against increasing the prices of food items

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एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बनाने, खाद्य पदार्थों पर लगाई गई जीएसटी हटाने, सभी फसलों के लागत से डेढ़ गुना दाम देने, खेती की लागत कम करने व बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने भगत सिंह चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस प्रशासन में मुस्तैद रहा।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह मातनहेल ने कहा कि मोदी सरकार एमएसपी देने के वादे से मुकर गई है और किसानों को बाजार के हवाले कर दिया है। खाद, बीज, कीटनाशी, डीजल व कृषि औजारों के दाम जिस अनुपात में बढ़ रहे हैं उस अनुपात में हमारी फसलों के दाम नहीं मिलते।
संगठन के प्रदेश सचिव जयकरण मांडोठी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से बर्बाद फसलों का मुआवजा भी नहीं मिलता, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से प्राइवेट कंपनियां मालामाल हो गई हैं। खेती में आमदनी से खर्च ज्यादा होने से तथा बर्बाद फसलों का मुआवजा न मिलने से किसान कर्ज जाल में फंसते जा रहे हैं यहां तक कि आत्महत्या तक करने को मजबूर हैं। जिला कमेटी अध्यक्ष करतार सिंह अच्छेज ने कहा कि मोदी सरकार ने अनाज तथा दूध से बने पैकेज्ड खाद्य पदार्थों आटा, चावल, दही, लस्सी आदि पर जीएसटी लगाकर महंगाई की मार झेल रही जनता पर एक बोझ और डाल दिया है। जिला कमेटी के उपाध्यक्ष फूल कुमार मातनहेल ने कहा कि सीमांत किसान व भूमिहीन ग्रामीण गरीबों को कुछ महीने छोड़कर साल भर कोई काम नहीं मिलता व रोजगार के लिए किसान मजदूरों की संतानें भी दर दर की ठोकरें खा रही हैं। अग्निपथ योजना के तहत सेना में भी केवल चार साल के लिए भर्ती किया जा रहा है। सक्षम तथा कौशल विकास आदि योजनाओं के नाम पर सरकार बेरोजगार युवाओं के जीवन से खिलवाड़ कर रही है।
सदस्य हरिसिंह ने कहा कि कि केंद्र सरकार ने बिजली बिल संशोधन 2021 को रद्द नहीं किया है और बिजली का संपूर्ण उत्पादन, संचरण तथा वितरण निजी कंपनियों को देने पर उतारू है। जिला कमेटी सदस्य शमशेर सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार आमदनी के नाम पर अनेक वरिष्ठ नागरिकों की वृद्धावस्था पेंशन काट रही है। रणधीर सिंह, जय भगवान व अन्य किसानों ने कहा कि जलभराव से हमारी खरीफ की फसलें बर्बाद हो गई थी, लेकिन आज तक कोई मुआवजा नहीं मिला। इस अवसर पर जगदीश अच्छेज, दिलबाग सिंह, श्रीभगवान मांडौठी, धीरे, सरदारा, रिसाल सिंह, देवेंद्र सिंह मातनहेल, महाबीर, बलजीत, जयभगवान, रामचंद्र, रणबीर सिंह, रणसिंह, हरीश, नफे सिंह, राजपालसिंह, संजीवन, शिव प्रसाद मौर्य, सीताराम अधिकारी, मेदे मांडौठी व रमेश कुमार हुड्डा आदि उपस्थित रहे।

एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बनाने, खाद्य पदार्थों पर लगाई गई जीएसटी हटाने, सभी फसलों के लागत से डेढ़ गुना दाम देने, खेती की लागत कम करने व बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने भगत सिंह चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस प्रशासन में मुस्तैद रहा।

संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह मातनहेल ने कहा कि मोदी सरकार एमएसपी देने के वादे से मुकर गई है और किसानों को बाजार के हवाले कर दिया है। खाद, बीज, कीटनाशी, डीजल व कृषि औजारों के दाम जिस अनुपात में बढ़ रहे हैं उस अनुपात में हमारी फसलों के दाम नहीं मिलते।

संगठन के प्रदेश सचिव जयकरण मांडोठी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से बर्बाद फसलों का मुआवजा भी नहीं मिलता, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से प्राइवेट कंपनियां मालामाल हो गई हैं। खेती में आमदनी से खर्च ज्यादा होने से तथा बर्बाद फसलों का मुआवजा न मिलने से किसान कर्ज जाल में फंसते जा रहे हैं यहां तक कि आत्महत्या तक करने को मजबूर हैं। जिला कमेटी अध्यक्ष करतार सिंह अच्छेज ने कहा कि मोदी सरकार ने अनाज तथा दूध से बने पैकेज्ड खाद्य पदार्थों आटा, चावल, दही, लस्सी आदि पर जीएसटी लगाकर महंगाई की मार झेल रही जनता पर एक बोझ और डाल दिया है। जिला कमेटी के उपाध्यक्ष फूल कुमार मातनहेल ने कहा कि सीमांत किसान व भूमिहीन ग्रामीण गरीबों को कुछ महीने छोड़कर साल भर कोई काम नहीं मिलता व रोजगार के लिए किसान मजदूरों की संतानें भी दर दर की ठोकरें खा रही हैं। अग्निपथ योजना के तहत सेना में भी केवल चार साल के लिए भर्ती किया जा रहा है। सक्षम तथा कौशल विकास आदि योजनाओं के नाम पर सरकार बेरोजगार युवाओं के जीवन से खिलवाड़ कर रही है।

सदस्य हरिसिंह ने कहा कि कि केंद्र सरकार ने बिजली बिल संशोधन 2021 को रद्द नहीं किया है और बिजली का संपूर्ण उत्पादन, संचरण तथा वितरण निजी कंपनियों को देने पर उतारू है। जिला कमेटी सदस्य शमशेर सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार आमदनी के नाम पर अनेक वरिष्ठ नागरिकों की वृद्धावस्था पेंशन काट रही है। रणधीर सिंह, जय भगवान व अन्य किसानों ने कहा कि जलभराव से हमारी खरीफ की फसलें बर्बाद हो गई थी, लेकिन आज तक कोई मुआवजा नहीं मिला। इस अवसर पर जगदीश अच्छेज, दिलबाग सिंह, श्रीभगवान मांडौठी, धीरे, सरदारा, रिसाल सिंह, देवेंद्र सिंह मातनहेल, महाबीर, बलजीत, जयभगवान, रामचंद्र, रणबीर सिंह, रणसिंह, हरीश, नफे सिंह, राजपालसिंह, संजीवन, शिव प्रसाद मौर्य, सीताराम अधिकारी, मेदे मांडौठी व रमेश कुमार हुड्डा आदि उपस्थित रहे।

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