[ad_1]

मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है: जब शरीर को पर्याप्त खाना नहीं मिलता तो वह “सेव मोड” में चला जाता है और मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है. इससे वजन घटने की प्रक्रिया और मुश्किल हो जाती है.

हार्मोनल असंतुलन: एक्स्ट्रीम डाइटिंग से शरीर में हार्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे महिलाओं को पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं और मूड स्विंग्स जैसी परेशानियां हो सकती हैं.

इम्यून सिस्टम कमजोर होता है: जब शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिलता, तो इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है. इससे बार-बार बीमार पड़ने की संभावना बढ़ जाती है और संक्रमण जल्दी पकड़ लेते हैं.

वजन दोबारा बढ़ने का खतरा: क्रैश डाइट से जो वजन कम होता है, वो लंबे समय तक टिकता नहीं. जैसे ही आप नॉर्मल खाना शुरू करते हैं, वजन दोगुनी तेजी से वापस आ सकता है.
Published at : 28 Jul 2025 06:01 PM (IST)
हेल्थ फोटो गैलरी
हेल्थ वेब स्टोरीज
[ad_2]
क्रैश डाइट करने के 6 बड़े नुकसान, जान लेंगे तो कभी नहीं करेंगे
