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क्या म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट बबल बन रहा: राधिका गुप्ता बोलीं – ऐसा कहने वाले बहुत ही गैरजिम्मेदार लोग, पढ़ें पूरा इंटरव्यू Business News & Hub

क्या म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट बबल बन रहा:  राधिका गुप्ता बोलीं – ऐसा कहने वाले बहुत ही गैरजिम्मेदार लोग, पढ़ें पूरा इंटरव्यू Business News & Hub

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मुंबई43 मिनट पहलेलेखक: अभिषेक कुमार त्रिपाठी

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म्यूचुअल फंड के प्रति लोगों के बढ़ते विश्वास के साथ ही सोशल मीडिया पर कुछ लोग दावा करते हैं कि म्यूचुअल फंड एक स्कैम है और इसमें एक इन्वेस्टमेंट बबल बन रहा है।

इस पर एडलवाइस म्यूचुअल फंड की मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO राधिका गुप्ता कहती है कि ऐसा कहने वाले बहुत ही गैरजिम्मेदार लोग हैं, जो एक रेगुलेटेड इंडस्ट्री पर इस तरह का आरोप लगा रहे हैं।

इसी के साथ ही राधिका गुप्ता ने म्यूचुअल फंड में निवेश, उसके कॉन्सेप्ट, फंड सिलेक्शन और उससे जुड़े रिस्क सहित अन्य चीजों के बारे में बात की। पढ़ें पूरा इंटरव्यू…

1. सवाल: म्यूचुअल फंड सही है,ये कितना सही है?

जवाब: ये 100% सही है। आज की तारीख में 100 रुपए में आपको कॉफी मिलती है, लेकिन आप इतने अमाउंट से निवेश कर सकते हैं। आप बहुत सारे प्रोडक्ट चॉइस के साथ हर रिस्क प्रोफाइल के हिसाब से निवेश कर सकते हैं। फंड रिडीम करने पर 2 दिन में आपको पैसे मिल सकते हैं। ये आप किसी भी फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में नहीं कर सकते हैं। इसमें रेगुलेशन के साथ ट्रांसपेरेंसी है।

2. सवाल: वर्तमान में मार्केट में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है, ऐसे में म्यूचुअल फंड में SIP और लमसम निवेश करने वाले निवेशक क्या करें?

जवाब: मार्केट ऊपर भी जाता है और नीचे भी जाता है। कोविड के बाद लोगों ने मार्केट को केवल ऊपर जाते देखा है। लोगों को यह जानना चाहिए कि निवेश 5 से 10 साल की जर्नी है। मैं अच्छे मार्केट और बुरे मार्केट के लिए भी यही कहती हूं कि निवेश दाल-चावल की तरह साधारण होना चाहिए।

जो आपको समझ में आए और आपके रिस्क के हिसाब से सही हो उन चीजों में निवेश करिए। अगर आप म्यूचुअल फंड के जरिए हिन्दुस्तान की इकोनॉमी में 10 साल के लिए पैसा निवेश करेंगे तो आप पैसा बनाएंगे। मार्केट में उतार-चढ़ाव आते रहेंगे, उनको सहन करना आपका काम है।

राधिका गुप्ता ने कहा कि अपनी SIP बंद मत करिए, क्योंकि जब हम एक साड़ी लेने जाते हैं और वो आधे दाम में मिलती है तो हम बहुत खुश हो जाते हैं। जब आप SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं और सस्ता मिलता है तो आपको तो खुश होना चाहिए।

3. सवाल: मैं म्यूचुअल फंड के कॉन्सेप्ट के बारे में जानना चाहता हूं, यह कैसे काम करता है?

जवाब: म्यूचुअल फंड एक पूल है, जिसमें बहुत सारे लोग साथ में निवेश करते हैं, जिसमें वह अपना पैसा प्रोफेशनल को देते हैं। वह उनके पैसे को मैनेज करता है और अगर 100 रुपए का फंड है और आपने 50 रुपए डाले और मैंने 20 रुपए डाले तो उसी हिसाब से 50 रुपए का गेन आपको और 20 रुपए का गेन आपको मिलता है। इसमें बहुत सारे रेगुलेशन होते हैं।

4. सवाल: आम निवेशक किन पैरामीटर्स को देखकर सही म्यूचुअल फंड का सिलेक्शन करें?

जवाब: 1) म्यूचुअल फंड किस चीज में निवेश करता है। बड़े स्टॉक्स में, छोटे स्टॉक्स में, मिड स्टॉक्स में। 2) कैसे निवेश करता है और कब अच्छा करता है और कब बुरा करता है। 3) लंबे समय में कितना रिटर्न दे सकता है और कितना गिर करता है। 4) उस म्यूचुअल फंड को कौन मैनेज करता है।

5. सवाल: इन्वेस्टर्स को कहां से म्यूचुअल फंड लेना चाहिए? क्या डिस्ट्रीब्यूटर के जरिए म्यूचुअल फंड लेना सही? रिटर्न पर कितना असर पड़ता है?

जवाब: मुझे लगता है कि अगर आपको फाइनेंशियल प्लानिंग या एडवाइज की आपको जरूरत है तो जरूर एक काबिल डिस्ट्रीब्यूटर से लें। मुझे लगता है कि 90% लोगों को हेल्प की जरूरत है। अगर आपको समझ आता है तो बहुत सारे डॉयरेक्ट प्लेटफार्म्स हैं, एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) की वेबसाइट हैं और बहुत सारे फिनटेक प्लेटफार्म्स हैं। वहां से ले सकते हैं।

लोग हमेशा कहते हैं कि डिस्ट्रीब्यूटर्स से लेने में फीस लगती है। उन्होंने कहा कि जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो फीस देते हैं। इसी तरह जब आप एक वकील के पास जाते हैं तो फीस देते हैं। अगर आपको लगता है कि किसी की एडवाइज अच्छी है तो बहुत सारे डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं जो बहुत अच्छी एडवाइज देते हैं। आपको उनकी उनकी एडवाइज का इस्तेमाल करना चाहिए। मैं प्रॉमिस करती हूं कि जो 1%-1.15% का जो फर्क आता है, उससे ज्यादा एडवाइज में फायदा हो जाएगा।

6. सवाल: म्यूचुअल फंड में निवेश से जुड़े रिस्क क्या हैं और इन्वेस्टर उन्हें कैसे कम कर सकते हैं?

जवाब: अगर आप इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं तो सबसे बड़ा रिस्क मार्केट का रिस्क है। मार्केट ऊपर जाता है, मार्केट नीचे जाता है। वहीं, अगर आप सेक्टर बेस्ड फंड लेते हैं तो ज्यादा रिस्क होता है। एग्जांपल के लिए अगर आप IT सेक्टर का फंड लेते हैं तो उसमें IT कंपनियों से जुड़ा रिस्क होगा।

इक्विटी का रिस्क कम करने का तरीका टाइम है। जितना समय लंबा होता जाएगा उतना रिस्क कम होता जाएगा। इसके साथ ही राधिका गुप्ता ने कहा कि सेक्टर स्पेसिफिक और स्टॉक्स स्पेसिफिक रिस्क को कम करने का तरीका दाल-चावल है। आप ऐसे चीजों में इन्वेस्ट करिए जो डायवर्सिफाइड हैं। इसके अलावा आप किस समय इन्वेस्ट कर रहे हैं? अगर आप बहुत महंगे टाइम में, बहुत महंगी चीज ले रहे हैं तो रिस्क बढ़ता है।

7. सवाल: इन्वेस्टमेंट ऑब्जेक्टिव को अचीव करने के लिए म्यूचुअल फंड मैनेजर्स कौन सी कॉमन स्ट्रेटजी अपनाते हैं ?

जवाब: म्यूचुअल फंड मैनेजर्स की कोशिश रहती है कि मार्केट की अच्छी कंपनियों को आईडेंटिफाई करें, जिनका रिटर्न ऑफ इक्विटी कॉस्ट ऑफ कैपिटल से ज्यादा हो। जिनका मैनेजमेंट अच्छा हो और वो ठीक-ठाक दामों में मिले।

8. सवाल: म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करते समय इन्वेस्टर कौन सी कॉमन गलतियां करते हैं और वे उनसे कैसे बच सकते हैं?

जवाब:

  • इन्वेस्टर बहुत शार्ट टर्म हो गए हैं, वह बहुत जल्दी रिटर्न चाहते हैं।
  • पिछले 1 साल की परफॉर्मेंस को तवज्जो देने लगे हैं। लंबे समय के लिए नहीं देखते हैं।
  • दाल-चावल को छोड़कर अचार और चटनी को ढूंढने लगे हैं। मतलब डायवर्सिफिकेशन की जगह छोटी-छोटी नई चीजों को ढूंढने लगे हैं।

9. सवाल: इंडेक्स फंड और ETF की बढ़ती लोकप्रियता के साथ आप एक्टिव मैनेज म्यूचुअल फंड के भविष्य को कैसे देखती हैं?

जवाब: मैं इसको किसी खतरे की तरह नहीं देखती हूं। मैं कहती हूं कि हमारी इंडस्ट्री में बहुत सारे अलग प्रोडक्ट हैं। एक्टिव फंड बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। हम बहुत अच्छा एक्सिव फंड चलाते हैं। जिन लोगों को एक साधारण सॉल्यूशन चाहिए, जहां उन्हें सिलेक्ट ना करना पड़ें उनके लिए ये पैसिव फंड, इंडेक्स फंड और ETF हैं। इनको जरूर यूज करें, देश में लोग पिज्जा खाने डॉमिनोज भी जाते हैं और बहुत फाइंड डाइमिंड इटालियन रेस्टोरेंट भी जाते हैं।

10. सवाल: सोशल मीडिया पर कुछ लोग वीडियो बनाकर कहते हैं कि म्यूचुअल फंड में अभी इन्वेस्टमेंट बबल चल रहा है। इसपर आपका क्या कहना है?

जवाब: ये एक्सपर्ट नहीं हैं, जो ऐसा बोल रहे हैं। मैंने इस तरह का वीडियो देखा नहीं है, मैंने सुना है कि कुछ लोग ऐसा कह रहे हैं कि म्यूचुअल फंड एक स्कैम है एक बबल है। ऐसा कहने वाले बहुत ही गैरजिम्मेदार लोग हैं, जो एक रेगुलेटेड इंडस्ट्री पर इस तरह का आरोप लगा रहे हैं। किस आधार पर यह कह रहे हैं मुझे समझ में नहीं आता। मैंने आज तक एक ऐसी रील नहीं देखी है, जिसमें कोई ऐसा आर्ग्युमेंट मिले जोकि सच हो। मुझे लगता है कि यह बहुत ही इनरिस्पॉन्सिबल बात है, जोकि लोग अपने फायदे के लिए इस तरह की वीडियो बनाते हैं।

11. सवाल: एक इन्वेस्टर के पोर्टफोलियो में मिनिमम और मैक्सिमम कितने म्यूचुअल फंड होने चाहिए?

जवाब: आमतौर पर 5 से 10 म्यूचुअल फंड में बहुत लोगों का काम हो जाता है। कुछ लोगों के पास 200-300 भी होते हैं, फिर आपके पास पूरा मार्केट भी है।

12. सवाल: आप अपना पूरा 100% इन्वेस्टमेंट इक्विटी मार्केट में करते हैं तो वह कितना रिस्की हो सकता है?

जवाब: अपना पूरा इन्वेस्टमेंट तो किसी को भी इक्विटी में नहीं रखना चाहिए, एसेट एलोकेशन बहुत जरूरी है। मैं दाल चावल की तरह पोर्टफोलियो कहती हूं, लेकिन आप केवल दाल चावल तो खाते नहीं हैं। उसके साथ रोटी भी खाते हैं क्योंकि वह एक बैलेंस डाइट होती है। इसी तरह एक बैलेंस एसेट एलोकेशन होता है, इसलिए इक्विटी, डेट और गोल्ड भी अपने इन्वेस्टमेंट में शामिल करना चाहिए।

13. सवाल: ये दाल चावल की रील आपकी बहुत वायरल हुई उसके बारे में मैं विस्तार से जानना चाहता हूं?

जवाब: मजाक के लहजे में राधिका गुप्ता ने कहा कि हां ये कॉन्सेप्ट बहुत ज्यादा चला है। मैं दाल-चावल कंपनी की बस ब्रांड एंबेसडर नहीं बनी, यही बचा हुआ है। इसके बाद उन्होंने कहा कि खाना एक ऐसी चीज है कि देश में सब लोगों को अच्छे से समझ में आता है। मुझे लगता है कि जो चीजें जिंदगी में अच्छी है वह इन्वेस्टिंग में भी अच्छी हैं। मैं इन्वेस्टिंग को साधारण माध्मय से समझाने की कोशिश कर रही थी।

दाल-चावल नेशनलाइज है, नार्थ में हैं तो वहां की तरह की दाल और चावल बनेगी। साउथ में जाकर दाल-चावल रसम राइस हो जाता है। इसके साथ ही यह मध्यप्रदेश और गुजरात सहित पूरे देश में यह चलता है।

14. सवाल: हम कम सैलरी वालों की बात करें तो उसे मिनिमम कितना इन्वेस्टमेंट करना चाहिए? मान लीजिए किसी की सैलरी 30 हजार रुपए महीने है

जवाब: किसी को भी यह ट्राई करना चाहिए कि टैक्स के बाद की सैलरी को वो कम से कम 10% इन्वेस्ट करें। अगर आप वो नहीं कर सकते तो मैं कहती हूं कुछ तो करो और SIP के जरिए करो। इससे इन्वेस्टिंग आपकी आदत में आ जाएगा।

15. सवाल: म्यूचुअल फंड का दायरा केवल शहर तक है या गांवों में भी पहुंच रहा है

जवाब: म्यूचुअल फंड गावों तक भी पहुंच रहा है। यह टियर -1, टियर -2, टियर -3 और टियर -4 के हजारों पिन कोड में पहुंच गया है, लेकिन अभी इसका एक सफर बाकी है। अभी पूरी तरह से शहरों में भी नहीं पहुंच पाया है। बहुत लोगों को पता है SIP क्या है, लेकिन उन्होंने शुरू नहीं किया है।

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