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नई दिल्ली. भारत के सबसे लोकप्रिय रिएल्टी शो में से एक ‘कौन बनेगा करोड़पति’ ने एक बार फिर रोमांचक वापसी की है. आम घरों से आने वाली महिलाओं, हाउस वाइफ से लेकर नौकरीपेशा युवाओं और आम लोगों के ज्ञान, आत्मविश्वास और प्रतिभा को मंच देने का यह बेहतरीन प्लेटफॉर्म है. इस साल का कैंपेन है, ‘जिंदगी है, हर मोड़ पर सवाल पूछेगी जवाब तो देना होगा.’ यह कैंपेन ही जिंदगी की उलझनों और हर मोड़ पर आने वाली चुनौतियों की कहानी कहता है.
साथ ही, इस कैंपेन के जरिए यह संदेश भी छुपा है कि मुश्किलें कितनी भी हों, लेकिन हम दृढ़ संकल्प और संयम से उसे पार कर सकते हैं. कैंपेन की थीम के मुताबिक ही पहला सप्ताह रहा है. समाज के दूर-दराज के इलाकों से आए प्रतिभागियों ने संघर्ष और चुनौतियों को पार कर हॉट सीट तक का सफर किया है.
किसान के बेटे ने पूरा किया पिता के जमीन खरीदने के सपने को
इस सीजन में ऐसे ही एक प्रतियोगी रहे उत्तर प्रदेश के उन्नाव में रहने वाले किसान के बेटे सुधीर कुमार वर्मा ने आर्थिक तंगी और दूसरी चुनौतियों का सामना कर अपने पढ़ाई के सपने को पुरा करने की कोशिश की है. इसका नतीजा रहा कि वह केबीसी की हॉट सीट तक पहुंचे और 25,80,000 रुपये की रकम जीतने में कामयाब रहे. इस रकम से वह अपने पिता के लिए जमीन खरीदने का सपना पूरा करना चाहते हैं. उनकी उपलब्धि ही तिरस्कार करने वाले लोगों को सबसे बड़ा जवाब है. उन्होंने साबित कर दिया कि ज्ञान और लगन से जटिल से जटिल चुनौतियों से पार पाया जा सकता है.
ध्रुव तारे सी चमक रही है वैष्णवी भारती की कहानी
पहले सप्ताह की ऐसी ही एक और प्रेरणादायक कहानी झमुरी तिलैय निवासी वैष्णवी भारती की है. वैष्णवी की सफलता की कहानी में ध्रुव तारे जैसी चमक है. झारखंड से आई इस महिला ने हॉट सीट तक का अपना सफर अपनी शिक्षा के बदौलत पूरा किया है. वैष्णवी ने जिदंगी की चुनौतियों से कभी हार नहीं मानी और बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा पास करने का सपना पूरा करने में जुटी हैं. अपनी मेहनत और ज्ञान के दम पर वह केबीसी से 7,30,000 रुपये की रकम जीतने में सफल रही हैं. वैष्णवी ने अपनी पहली कमाई पिता को सौंपी, जिसे देखकर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी भावकु हो गए. उन्होंने इस बेटी की सराहना करते हुए उन्हें समाज के लिए मिसाल बताया.
वडोदरा की दीपाली सोनी का सपना भी हुआ सच
आमतौर पर गृहिणियों के लिए लोगों की राय होती है कि उनका सपना ज्वैलरी या ऐसी कोई और चीज होती है. हालांकि, वडोदरा की दीपाली सोनी के दृढ़ सकंल्प और अपने परिवार के लिए प्यार और समर्पण की भी अनूठी मिसाल पेश की है. उन्होंने 6,40,000 रुपये की रकम केबीसी से जीतकर अपने परिवार के लिए कार खरीदने का सपना पूरा किया है. दीपाली की कहानी उन गृहिणियों के लिए आदर्श है, जो ज्ञान और शिक्षा के महत्व को कभी नहीं नकारती हैं. ज्ञान और आत्मविश्वास के दम पर उन्होंने अपने सपने को पूरा किया है.
मां-बहन को बेहतर जिंदगी देने की कोशिश
इस सप्ताह, हम पश्चिम बंगाल के अगाई के जयंता धुले से भी मिलेंगे. जयंता की कहानी भी किसी परी कथा जैसी है. वह अपने परिवार की लाइफस्टाइल को बेहतर बनाने की कोशिश में जुटे हैं. केबीसी की जीती हुई रकम का इस्तेमाल वह अपनी मां और बहन के लिए बाथरूम बनाने के लिए करना चाहते हैं. उनकी कोशिश है कि केबीसी से जीती हुई रकम से अपनी जिंदगी के हालात बेहतर बना सकें.
आने वाले सप्ताह में भी आप केबीसी के मंच से ऐसी और भी प्रेरक कहानियां देखेंगे. हॉट सीट तक पहुंचने वाले इन प्रतिभागियों के हिस्से का संघर्ष और कहानी देख आपकी आंखें नम हो जाएंगी. किसी ने समाज के तानों को सहा तो किसी ने लड़की होने की वजह से अपमान झेला. किसी प्रतिभागी के हिस्से गरीबी का संघर्ष है तो किसी ने कम उम्र में ही अपने परिवार को संभालने की कोशिश की है. ये कहानियां अपने सपनों पर यकीन और उसे पूरा करने की जिद के बारे में है.
ऐसी ही एक कहानी चेन्नई के विष्णु मनागोली की है, जो इस सीजन के सबसे कम उम्र के प्रतियोगियों में से एक हैं. मनागोली का सपना अमीर बनने या लोकप्रिय होने का नहीं है, बल्कि वह भारत के अंतरिक्ष अनसुंधान केंद्र इसरो के लिए काम करना चाहते हैं. ऐसी ही एक कहानी राजस्थान की नरेशी मीणा की है. नरेशी अपने साहस और जज्बे से ब्रेन ट्यमूर का सामना कर रही हैं. वह इस सीजन में 1 करोड़ के प्रश्न तक पहुंचने वाली पहली प्रति भागी हैं. साहस, संघर्ष और सफलता की इन रोमांचक दिल छू लेने वाली कहानियों के बनिए हमसफर.
देखिए ‘कौन बनेगा करोड़पति’ सीजन 16 हर सोमवार से शक्रुवार रात 9 बजे सिर्फ सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर!
FIRST PUBLISHED : August 16, 2024, 20:08 IST
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कौन बनेगा करोड़पति 16: प्रतिभागियों के संघर्ष और चुनौतियों से पार कर सफलता का इतिहास लिखने की कहानी