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केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू।
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल के पक्ष में आए हैं। उनका कहना है कि जम्मू कश्मीर के सांसद को सेशन के लिए पैरोल मिल सकती है, तो अमृतपाल काे क्यों नहीं।
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उन्होंने कहा कि अमृतपाल पर NSA लगाने के लिए भी पंजाब सरकार को घेरा है। साथ ही पंजाब की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भी सवाल उठाए हैं।
3 प्वाइंटों में जानिए केंद्रीय मंत्री ने क्या कहा…
- अमृतपाल को 20 लाख लोगों ने चुना: बिट्टू ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के एक सांसद हैं। वह भी अंदर हैं। जब भी संसद का सेशन होता है, उनको पैरोल मिलती है। इस बार भी पैरोल मिली हुई है। वह सेशन में आकर अपनी लोकसभा क्षेत्र की बात करते हैं, जम्मू-कश्मीर की बात करते हैं। मैं इन सारी बातों की बात करना चाह रहा हूं। ऐसे ही अमृतपाल हैं। उनके बारे में विचार चाहे मेरी पार्टी के कुछ भी हो सकते हैं, वह अलग चीज है। लेकिन मैं यह चीज साफ करना चाहता हूं कि वह भी 15–20 लाख लोगों का चुना हुआ मेंबर है।
- स्पीकर ने उन्हें शपथ दिलाई: उसे (अमृतपाल) को इसी लोकतंत्र के मंदिर में स्पीकर ने शपथ दिलाई। हर आदमी को यहां पर राइट है। मुझे ज्यादा चिंता है कि जिस इलाके का वह एमपी बना है, उस लोकसभा हलके की नौ विधानसभा हलकों के लिए आवाज उठाने वाला कौन है।
- एनएसए सरकार ने लगाई: यह बात बिल्कुल स्पष्ट है कि जो उन पर एनएसए लगाई है, वह पंजाब सरकार के एसएसपी, डीसी, डीजीपी, चीफ सेक्रेटरी व सीएम ने लगाई है। हाईकोर्ट में जब एडवोकेट जनरल से पूछा गया कि क्या इन्हें पैरोल मिलनी चाहिए, कितनी निकम्मी सरकार है, कानून-व्यवस्था का क्या हाल है, वह कहते हैं कि पांच दरिया की धरती पर आग लग जाएगी। लेकिन आज यह बात साबित हो गई कि अमृतपाल को जेल में रखने और एनएसए लगाने में आज पंजाब सरकार है। यह अंदाजा लगा लीजिए कि एक चुने हुए मेंबर ऑफ पार्लियामेंट के लिए आम आदमी पार्टी की राय क्या है।
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केंद्रीय मंत्री बिट्टू बोले-पैरोल अमृतपाल का हक है: अगर जम्मू-कश्मीर के सांसद को मिल सकती तो उसे क्यों नहीं; 20 लाख लोगों ने चुना – Chandigarh News