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बैंड बाजों व मनमोहक झाांकियों के साथ वामन भगवान ने वीरवार को पालकी में सवार होकर नगर का भ्रमण किया, जिस दौरान जयकारे गूंज उठे। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद तथा महंत बंसीपुरी के सानिध्य में पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा तथा मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर तुषार सैनी ने हरी झंडी दिखाकर दुखभंजन महादेव मंदिर से यात्रा को रवाना किया। इससे पहले वामन भगवान की पूजा की गई और पालकी को संत और सुभाष सुधा कंधों पर उठाकर मंदिर के मुख्य द्वार तक लाए, जहां बैंड बाजों के साथ शोभा यात्रा का शुभारंभ हुआ।
इससे पूर्व दुख भंजन मंदिर सभागार में गीता मनीषी स्वामी ज्ञाननंद ने कहा कि सनातन परंपरा में अवतार परंपरा का विशेष स्थान है। जब जब भी सनातन परंपराएं लुप्त होने लगती है भगवान किसी न किसी रूप में अवतार लेकर इन परंपराओं को दोबारा से स्थापित करते हैं। उन्होंने कहा भगवान विष्णु ने पहली बार मानव के रूप में वामन का अवतार लिया वामन भगवान ने राजा बलि का अहंकार दूर किया।
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कुरुक्षेत्र: बैंड बाजे और आकर्षक झांकियों के साथ पालकी पर सवार हो नगर भ्रमण पर निकले वामन भगवान