केंद्रीय उर्जा मंंत्री एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल
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केंद्रीय उर्जा मंंत्री एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज रविवार सुबह ही अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहुंचे, जहां उन्होंने ब्रह्मसरोवर तट पर शिल्प व सरस मेले का अवलोकन किया। केंद्रीय मंत्री कलाकारों द्वारा दी जा रही प्रस्तुतियों को देख गदगद हो उठे तो वे डेरू की स्वर लहरियों पर झूमने लगे। उन्होंने रोहतक से आए कलाकारों के साथ भजन भी गाए तो कलाकारों व शिल्पकारों का हौंसला भी बढ़ाया।
इस दौरान उन्होंने कुरुक्षेत्र के 48 कोस तीर्थों के विकास को लेकर कुुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक भी की तो वहीं ज्योतिसर तीर्थ पर भी पहुंचे और वहां चल रहे विकास कार्यों का जायजा भी लिया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी चर्चा की तो कहा कि भारत के पास गीता के रूप में बड़ी विरासत है और आज दुनिया हर समस्या के निवारण के लिए भारत की ओर निहारती है। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव विशाल रूप ले चुका है और आज हर देश इससे जुड़ने के लिए लायलित है। दुनियां के लोग भारत को एक विशेष दृष्टि से देखने लगे हैं।
2047 तक उर्जा की आपूर्ति पूरी हो, तैयारी की जा रही
केंद्रीय उर्जा मंत्री ने कहा कि केंद्र स्तर पर इस तरह से तैयारी चल रही है कि अगले वर्षों में कहीं पर भी उर्जा की कमी न रहे। वर्ष 2047 तक हर तरह से आपूर्ति पूरी हो और इसके लिए हर प्रदेश में दौरे कर तैयारियों को सिरे चढ़ाया जा रहा है। केंद्रीय सरकार उर्जा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर कार्य कर रही है।
कुरुक्षेत्र पहुंचे मंत्री मनोहर लाल: शिल्प व सरस मेले का किया अवलोकन, डेरू की स्वर लहरियों पर झूमे व गाए भजन