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मधुमक्खी पालन अब घाटे का सौदा नहीं रहेगा। यह अब प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही भावांतर योजना का हिस्सा होगा। यह एलान मुख्यमंत्री नायब सैनी ने किया। वे आज शनिवार को मल्टी आर्ट कल्चर सेंटर में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यशाला के दौरान मधुमक्खी पालकों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मधुमक्खी पालन को धरातल पर लाने के प्रयासों में लगी है ताकि किसान इसके जरिए भी अपनी आय बढ़ा सकें। इसी के चलते ही सरकार ने अब फैसला किया है कि मधुमक्खी पालकों को अगर सही भाव नहीं मिल पाता है तो भावांतर योजना के तहत उसकी भरपाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र के रामनगर में स्थित मधुमक्खी पालन केंद्र को राष्ट्र स्तरीय उत्कृष्टता केंद्र बनाए जाने का भी एलान किया और कहा कि अब यहां केवल मधुमक्खी पालन की जानकारी ही नहीं बल्कि इस पर शोध कार्य भी हो सकेंगे। इसके लिए केंद्र सरकार से मिलकर जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा। 20 करोड़ रुपये की लागत से यहां पर पहले से ही प्रयोगशाला स्थापित किए जाने का कार्य शुरू किया जा चुका है।
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कुरुक्षेत्र: अब घाटे का सौदा नहीं होगा मधुमक्खी पालन, भावांतर योजना में किया जाएगा शामिल: सीएम सैनी

