in

किस बीमारी में जवानी में ही कांपने लगते हैं हाथ, जानिए ये कितनी खतरनाक? Health Updates

किस बीमारी में जवानी में ही कांपने लगते हैं हाथ, जानिए ये कितनी खतरनाक? Health Updates

[ad_1]

Hand Tremors In Young Age Causes: आजकल बहुत से युवा शिकायत करते हैं कि उनके हाथ अचानक कांपने लगते हैं. कई बार लोग इसे थकान, कमजोरी या घबराहट समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन बार-बार या लगातार हाथ कांपना किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है. डॉक्टरों के मुताबिक, अगर जवान उम्र में ही हाथों में कंपन शुरू हो जाए तो इसे Essential Tremor (ET) नामक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर माना जाता है.

क्या है Essential Tremor?

Essential Tremor एक नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारी है, जिसमें शरीर के कुछ हिस्से, खासकर हाथ, सिर या आवाज़ कांपने लगते हैं. यह पार्किंसन डिज़ीज़ जैसी बीमारी से अलग है, लेकिन शुरुआती लक्षण काफी मिलते-जुलते होते हैं. सबसे आम लक्षण है  हाथों का बार-बार या लगातार कांपना, खासकर जब आप कुछ पकड़ते हैं, लिखते हैं या खाना खाते हैं.

क्यों होता है यह रोग?

इस बीमारी का सही कारण अभी पूरी तरह साफ नहीं है. लेकिन रिसर्च के अनुसार –

  • यह बीमारी परिवार में जेनेटिक कारणों से चल सकती है (यानी अगर माता-पिता को है, तो बच्चों को भी हो सकती है).
  • ब्रेन के उस हिस्से में असंतुलन, जो मांसपेशियों की मूवमेंट को कंट्रोल करता है.
  • स्ट्रेस, नींद की कमी और थकान इसे और ज्यादा बढ़ा देते हैं.
  • लक्षण (Symptoms)
  • हाथों का अनियंत्रित कांपना, खासकर काम करते समय.
  • सिर या आवाज का कांपना.
  • कप या पेन पकड़ने में दिक्कत होना.
  • लिखावट बिगड़ना.
  • तनाव या थकान में कंपन का बढ़ जाना.

क्या यह खतरनाक है?

Essential Tremor सीधे तौर पर जानलेवा बीमारी नहीं है, लेकिन यह धीरे-धीरे लाइफ की क्वालिटी को खराब कर देती है.

  • कामकाज पर असर डालती है.
  • खाना-पीना और लिखना मुश्किल कर देती है.
  • आत्मविश्वास कम हो सकता है.
  • लंबे समय में यह मानसिक तनाव और डिप्रेशन की वजह भी बन सकती है.

क्या कहते हैं डॉक्टर?

डॉक्टरों के अनुसार, अगर युवाओं में लगातार कंपन दिखाई दे तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि कुछ मामलों में यह पार्किंसन डिजीज की शुरुआती निशानी भी हो सकता है. हालांकि दोनों बीमारियां अलग हैं, लेकिन सही जांच ज़रूरी है.

इलाज और मैनेजमेंट

  • डॉक्टर सबसे पहले दवाइयों से कंपन को कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं.
  • लाइफस्टाइल में सुधार बेहद जरूरी है, पर्याप्त नींद, कैफीन और शराब से परहेज, तनाव कम करना.
  • गंभीर मामलों में Deep Brain Stimulation (DBS) जैसी सर्जिकल तकनीक भी इस्तेमाल की जाती है.

कब डॉक्टर से संपर्क करें?

अगर हाथों का कांपना बार-बार हो, रोजमर्रा के कामों में बाधा डालने लगे या परिवार में पहले से किसी को पार्किंसन या न्यूरोलॉजिकल बीमारी रही हो, तो तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए. जवानी में हाथों का कांपना आम थकान या कमजोरी नहीं, बल्कि Essential Tremor जैसी बीमारी का लक्षण हो सकता है. यह जानलेवा तो नहीं है, लेकिन समय पर इलाज न मिलने पर जिंदगी को मुश्किल बना सकती है. इसलिए ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.

इसे भी पढ़ें- H3N2 Flu Prevention: दिल्ली में तेजी से फैल रहा H3N2 वायरस, जान लीजिए इससे बचने के तरीके

Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

[ad_2]
किस बीमारी में जवानी में ही कांपने लगते हैं हाथ, जानिए ये कितनी खतरनाक?

Who is Erika Kirk, Charlie Kirk’s widow and new CEO of Turning Point USA? Today World News

Who is Erika Kirk, Charlie Kirk’s widow and new CEO of Turning Point USA? Today World News

चंडीगढ़ ने हरियाणा से मांगे स्कूल टीचर:  डेपुटेशन के आधार पर होगी नियुक्ति, इंग्लिश और राजनीति विज्ञान अहम विषय – Panchkula News Chandigarh News Updates

चंडीगढ़ ने हरियाणा से मांगे स्कूल टीचर: डेपुटेशन के आधार पर होगी नियुक्ति, इंग्लिश और राजनीति विज्ञान अहम विषय – Panchkula News Chandigarh News Updates