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सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए एक खास पहल पर काम कर रही है। सरकार किसानों को अपनी उपज सीधे उपभोक्ताओं को बेचने की अनुमति देने के लिए एक मॉडल पर काम कर रही है, जिससे बिचौलियों की भूमिका कम होगी। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बात की जानकारी दी है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, पूसा में बीते रविवार को करीब 400 किसानों से बात करते हुए यह बात कही। केंद्रीय मंत्री ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि ‘खेत से उपभोक्ता’ मॉडल किसानों को अधिकतम लाभ दिलाने में मदद करेगा।
कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है
खबर के मुताबिक, कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान इसकी आत्मा हैं। किसानों के बिना भारत समृद्ध नहीं हो सकता। चौहान ने कहा कि कृषि राज्य का विषय है, लेकिन केंद्र किसानों को व्यापक रूप से समर्थन देगा। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र और किसानों का योगदान भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। केंद्र राज्य सरकारों के साथ मिलकर आपका समर्थन करेगा।
सरकार हर संभव प्रयास कर रही
केंद्रीय मंत्री ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसलों की खरीद, तकनीकी समाधानों को बढ़ावा देने, कृषि विज्ञान केंद्रों को मजबूत करने, प्राकृतिक खेती और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करने सहित चल रही तमाम कोशिशों पर प्रकाश डाला। मंत्री ने जोर देकर कहा कि सरकार किसानों को मजबूत बनाने और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
विभिन्न कारकों पर निर्भर है किसानों की आय
देश में किसानों की आय एक जटिल और चुनौतीपूर्ण विषय है। किसानों की आय में भारी असमानताएं भी हैं। यह विभिन्न कारकों जैसे खेती की किस्म, भूमि का आकार, जलवायु, संसाधन, और सरकारी नीतियों पर निर्भर करती हैं। भारत में किसानों की आय उनके द्वारा उगाई जाने वाली फसलों पर निर्भर करती है। सरकार द्वारा किसानों के लिए शुरू की गई योजनाएं जैसे पीएम किसान सम्मान निधि, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), और कृषि ऋण भी आय में सुधार लाने में कोशिश करते हैं, लेकिन इनका व्यापक असर हर क्षेत्र में नहीं पहुंच पाता।
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किसान सीधे उपभोक्ता को बेच सकेंगे उपज, बिचौलियों की जरूरत नहीं होगी, सरकार की तैयारी – India TV Hindi