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World Alzheimer’s Day 2024: अल्जाइमर (Alzheimer) नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारी है जो सीधा दिमाग (brain)को प्रभावित करती है. आमतौर पर अल्जाइमर उम्र बढ़ने के साथ होता है लेकिन गलत लाइफस्टाइल के चलते आजकल ये बीमारी कम उम्र के लोगों को भी शिकार बना रही है. देखा जाए तो अल्जाइमर मनोभ्रंश संबंधित बीमारी डिमेंशिया का ही एक रूप है जिसमें इंसान अपने आस पास की चीजों और बातों को भूलने लगता है.
अल्जाइमर बीमारी के लिए जनता को जागरूक करना और इससे जुड़ी गलत धारणाओं को दूर करने के लिए हर साल 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस (World Alzheimer Day) मनाया जाता है. चलिए आज जानते हैं कि अल्जाइमर क्या है और इसके शुरुआती संकेत क्या होते हैं.
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क्या है अल्जाइमर?
अल्जाइमर में मस्तिष्क की कोशिकाओं का एक दूसरे से जुड़ाव कम हो जाता है जिससे व्यक्ति के मस्तिष्क की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ता है. इस दौरान नर्वस सिस्टम सही से काम नहीं कर पाता और व्यक्ति की सोचने और समझने की क्षमता कम हो जाती है. इसके फलस्वरूप व्यक्ति भूलने लगता है, वो फैसले नहीं कर पाता, रास्ता भटक जाता है, बोलने में अटकने लगता है आदि.
अल्जाइमर रोग में मरीज चीजों, समय और व्यक्तियों को याद रखने में नाकाम हो जाता है. अल्जाइमर का कोई ज्ञात और ठोस कारण अभी पता नहीं है लेकिन कहा जाता है कि कुछ मामलों में ये अनुवांशिक भी होता है.
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अल्जाइमर के शुरुआती संकेत
अल्जाइमर के कई शुरुआती संकेत है जिसके आधार पर इस बीमारी का समय रहते पता लगाया जा सकता है. अगर कोई व्यक्ति बार बार चीजों को भूल रहा है, उसे पुरानी के साथ साथ नई चीजों को भी याद रखने में कठिनाई हो रही है तो ये अल्जाइमर के शुरूआती संकेत हो सकते हैं. इसके साथ साथ कुछ भी बोलने के लिए उसे शब्द नहीं मिल रहे हैं और वो अटक अटक कर बोल रहा है तो ये भी अल्जाइमर के संकेत हैं.
किसी की पर्सनैलिटी में एकाएक परिवर्तन आ रहा हो, वो उलझा हुआ दिख रहा हो, चीजों को समझने की कोशिश कर रहा हो तो ये अल्जाइमर के लक्षण हैं. अगर कोई रास्ता भूल रहा है, दिशाओं का भटकाव हो रहा है तो समझ सकते हैं कि अल्जाइमर असर करने लगा है. अल्जाइमर का पता लगाने के लिए ब्लड और यूरिन टेस्ट करवाया जाता है. इसके मैनेजमेंट के लिए ब्रेन इमेजिंग, सीटी स्कैन, एमआरआई आदि से मदद मिलती है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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कितनी खतरनाक है अल्जाइमर की बीमारी? जानें क्या होते हैं शुरुआती संकेत