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Promoter Holding Stocks: सितंबर 2024 में अपने पीक से निफ्टी 50 में लगभग 15 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि स्मॉलकैप स्टॉक्स में यह गिरावट और भी ज्यादा रही है. मार्केट में यह सुस्ती देखकर निवेशक सतर्क हो गए हैं, लेकिन कुछ कंपनियों के प्रमोटर्स इस मौके का फायदा उठा रहे हैं और अपनी कंपनियों के शेयर्स खरीद रहे हैं.

जहां कई लोगों को इनमें जोखिम दिख रहा है, वहीं प्रमोटर्स को मौका नजर आ रहा है. उनकी बढ़ती हिस्सेदारी कंपनी के फंडामेंटल्स और अंडरवैल्यूड पोटेंशियल में उनके विश्वास को दिखाती है. चलिए, आज हम ऐसे 3 स्टॉक्स पर नजर डालेंगे, जहां प्रमोटर्स ने गिरावट के बीच अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है.
पहला है किरी इंडस्ट्रीज
किरी इंडस्ट्रीज डाई, डाई इंटरमीडिएट्स और बेसिक केमिकल्स के प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट में माहिर है. हालांकि, पिछले 3 सालों में कंपनी का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस कमजोर रहा है. नेट प्रॉफिट में -19 फीसदी की सालाना गिरावट दर्ज की गई है.
इसकी वजह ग्लोबल केमिकल इंडस्ट्री में मांग की कमी और रॉ मटेरियल की कीमतों में उतार-चढ़ाव रहा है. साथ ही, कंपनी को डायस्टार ग्लोबल होल्डिंग्स में निवेश से जुड़े मुकदमों का सामना करना पड़ा, जिससे लीगल कॉस्ट्स बढ़ गए.
लेकिन, प्रमोटर्स ने हाल ही में वारंट्स के जरिए अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. सितंबर 2024 में उनकी हिस्सेदारी 26.7 फीसदी थी, जो दिसंबर 2024 में बढ़कर 31.7 फीसदी हो गई. प्रमोटर्स को उम्मीद है कि डायस्टार में अपनी हिस्सेदारी बेचने से मिलने वाली रकम से कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति मजबूत होगी.
दूसरा है इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रीज
इस कंपनी ने हाल ही में अपने बिजनेस मॉडल में बड़ा बदलाव किया है और अब यह ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक फूड प्रोडक्ट्स के निर्माण और ट्रेडिंग पर फोकस कर रही है. कंपनी ने 2023 में नर्चर वेल फूड्स नामक बिस्किट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का अधिग्रहण किया था. इसके बाद से कंपनी का रेवेन्यू और प्रॉफिट तेजी से बढ़ा है. पिछले 12 महीनों में रेवेन्यू और नेट प्रॉफिट दोनों में 100 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है.
प्रमोटर्स की हिस्सेदारी सितंबर 2024 में 48.9 फीसदी थी, जो दिसंबर 2024 में बढ़कर 53.8 फीसदी हो गई. कंपनी का लक्ष्य FY25 में 7 बिलियन रुपये और FY27 में 12 बिलियन रुपये का रेवेन्यू हासिल करना है. इसके लिए उत्तर प्रदेश में एक नया बिस्किट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भी सेट अप किया जा रहा है.
तीसरा है एशियन ग्रेनिटो इंडिया
एशियन ग्रेनिटो इंडिया टाइल्स, इंजीनियर्ड मार्बल और क्वार्टस सरफेस जैसे प्रोडक्ट्स बनाती है. हालांकि, पिछले 3 सालों में कंपनी का प्रदर्शन मामूली रहा है. नेट प्रॉफिट में गिरावट दर्ज की गई है.
इसकी वजह टाइल मार्केट में कड़े कंपटीशन और अनऑर्गनाइज्ड सेक्टर का दबाव है. साथ ही, कंपनी ने हाल ही में कैपेसिटी एक्सपेंशन किया है, जिससे डिप्रिसिएशन और फाइनेंस कॉस्ट्स बढ़ गए हैं.
लेकिन, प्रमोटर्स ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर कंपनी में विश्वास जताया है. सितंबर 2024 में उनकी हिस्सेदारी 29 फीसदी थी, जो दिसंबर 2024 में बढ़कर 33.5 फीसदी हो गई. कंपनी अब टियर 2, टियर 3 और टियर 4 मार्केट्स पर फोकस कर रही है और सेलिब्रिटी रणबीर कपूर के साथ ब्रांडिंग कैंपेन भी चला रही है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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