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भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों को एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वे अपने ऑफिस डिवाइसेज पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स या AI ऐप्स के इस्तेमाल से सख्ती से बचें। वित्त मंत्रालय की ओर से यह आदेश सुरक्षा और डेटा की गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए जारी किया गया है।
OpenAI ने ChatGPT को तैयार किया
दरअसल, अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दौर शुरू हो गया है। ये बहुत तेजी से दुनिया भर में पैर पसार रहा है। AI कंपनियों में सबसे पहला नाम OpenAI का आता है। OpenAI ने ChatGPT को तैयार किया, जो काफी लोकप्रिय आर्टिफीशियल इंटेलीजेजेंस (AI) सिस्टम बन चुका है।
वहीं, AI के क्षेत्र में चीन की नई तकनीकी क्रांति ने दुनिया में धमाल मचा दिया है, जिसका नाम DeepSeek-V3 है। नाम के हिसाब से इसका काम भी है। आंकड़ों और सूचनाओं की गहराई में गोते लगाकर यह आपके सवालों का ठीक वैसे ही जवाब देता है जैसे OpenAI का ChatGPT देता है।
राहुल ने AI को लेकर चीन-अमेरिका का किया जिक्र
बीते दिनों सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी AI जिक्र किया था। उन्होंने कहा था, “लोग AI के बारे में बात करते हैं, लेकिन यह समझना ज़रूरी है कि AI अपने आप में बिल्कुल निरर्थक है, क्योंकि AI डेटा के ऊपर काम करता है। बिना डेटा के AI का कोई मतलब नहीं है। अगर हम आज के डेटा को देखें, तो एक बात बिल्कुल साफ है। दुनिया के उत्पादन प्रणाली से निकलने वाला हर एक डेटा, जो इस फोन को बनाने के लिए इस्तेमाल होता है, जो इलेक्ट्रिक कारों को बनाने के लिए इस्तेमाल होता है, जो आज दुनिया के सभी इलेक्ट्रॉनिक्स बनाने के लिए इस्तेमाल होता है, वह डेटा चीन के पास है और उपभोग डेटा अमेरिका के पास है। चीन के पास इस क्षेत्र में भारत से कम से कम 10 साल का लीड है।”
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कर्मचारियों को वित्त मंत्रालय का आदेश, AI टूल्स के इस्तेमाल पर सख्ती से करें परहेज – India TV Hindi