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हथिनी कुंड बैराज हरियाणा के यमुनानगर जिले में यमुना नदी पर बनाया गया है। इसका निर्माण सिंचाई के उद्देश्य से किया गया था और इसमें उत्तराखंड और हिमाचल से पानी आता है। जब बैराज में पानी का स्तर निर्धारित क्षमता से अधिक हो जाता है, तो अतिरिक्त पानी छोड़ा जाता है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है। हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी का असर अब इन्द्री हल्के में दिखना शुरू हो गया है। इन्द्री हल्के के गांव शेरगढ़ टापू का पुल जोकि उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने का मुख्य रास्ता है पूरी तरह से पानी में डृब चूका है। गौरतलब है कि गत दिवस हथिनी कुंड बैराज से एक लाख अठत्तर हजार क्युसेक पानी छोड़ा गया था जिसके कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया व यमुना नदी के साथ सटे गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। हांलाकि स्थिति अभी नियंत्रण में है लेकिन हरियाणा को उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाला गांव शेरगढ़ टापू के पास बना पुल पूरी तरह से पानी में डूब चूका है।
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करनाल: हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ने पर बाढ़ जैसे हालात